- निस्तारण की व्यवस्था न होने से जगह जगह फ़ैल रही गन्दगी
- पर्यावरण को पहुँच रहा नुकसान,प्रशासन मौन
रिपोर्ट–मुकेश रावत
थत्यूड़, 15 मई : पर्यटन नगरी धनोल्टी में वर्तमान में कूड़ा उठाने की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस कारण पर्यटक, राहगीर और स्थानीय लोग खुले में ही कूड़ा निस्तारित करने को मजबूर हैं। बाजार के आसपास, इको पार्क, तहसील कार्यालय के निकट गंदगी का अंबार लगा हुआ है। स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से समस्या हल करने की मांग की है। जगह-जगह कूड़ा फैलने से पर्यावरण के साथ ही पर्यटकों की बेरूखी से व्यापारियों को आर्थिकी का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्रसिद्ध पर्यटक स्थल धनोल्टी शांत वातावरण, ठंडी हवा और ऊंचे देवदार के पेड़ों के लिए पर्यटकों की पहली पसंद है। जिसके चलते यहां सालभर पर्यटन सीजन बना रहता है। खासकर गर्मियों में देेहरादून, मसूरी आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद धनोल्टी ही होता है। लेकिन बीते कई समय से धनोल्टी की खूबसूरती पर डंप कूड़ा-करकट, प्लास्टि बोतलें, चिप्स के पैकेट सहित गार्बेज धब्बा लगा रहे हैं। धनोल्टी बाजार, इको पार्क, तहसील कार्यालय और धनोल्टी की पहाड़ियों में जगह-जगह कूड़ा पसरा हुआ है। धनोल्टी रूर्बन मिशन के तहत भी चयनित है। जिसके चलते विभिन्न विभाग यहां कई योजनाएं संचालित कर रहे हैं। पूर्व में धनोल्टी का कूड़ा निस्तारण एक एनजीओ करता था, लेकिन उसका अनुबंध खत्म होने के बाद कई माह से यहां कूड़ा निस्तारण के लिए कोई ठोस पैरवी नहीं हो पाई है। स्थानीय निवासी देवेंद्र बेलवाल, तपेंद्र बेलवाल, दीपक सिंह, ग्राम प्रधान नीरज बेलवाल, इको पार्क समिति के सचिव मनोज उनियाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजपाल बेलवाल आदि ने शासन-प्रशासन से समस्या हल करने की मांग की है। वहीं एसडीएम मंजू राजपूत का कहना है कि धनोल्टी में कूड़ा उठाने के संबंध में वीरवार को डीएम की अध्यक्षता में बैठक होनी है। जबकि डीएफओ मसूरी वन प्रभाग अमित कंवर ने बताया कि इस बाबत रेंज कार्यालय से रिपोर्ट मांगी है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने लोगों को आश्वासन दिया है कि जल्द समस्या का निस्तारण करेंगे।