
रिपोर्ट — मुकेश रावत मुख्य संपादक
थत्यूड़। शनिवार दोपहर दशज्युला पट्टी के सुप्रसिद्ध घिन्ना देवी मंदिर पर आसमानी बिजली गिरने से भारी नुकसान हुआ। घिन्ना देवी मंदिर, जो क्षेत्र के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है, इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुआ।
टॉवर पर गिरी बिजली, मंदिर को बड़ा नुकसान
मंदिर के पास लगे वोडाफोन, जियो, और एयरटेल के टावर पर बिजली गिरने से इसका असर सीधे मंदिर पर पड़ा। मंदिर की ऊंचाई अधिक होने के कारण इसकी छत और झालरें टूट गईं, मेन स्विच सहित बिजली की पूरी लाइन जल गई, चौक खराब हो गए, और मंदिर के कलश भी क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
मंदिर समिति ने की सरकार से मदद की अपील
मंदिर समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह चौहान ने कहा, घिन्ना देवी का यह मंदिर लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है और इसे श्रद्धालुओं के सहयोग से बनाया गया था। इस आपदा के कारण मंदिर को बड़ा नुकसान हुआ है। हमें यह देख कर गहरा दुख हो रहा है, लेकिन यह प्राकृतिक आपदा है, इसलिए इसके सामने हम बेबस हैं।
महावीर सिंह चौहान ने आगे बताया कि मंदिर के जीर्णोद्धार और मेंटेनेंस के लिए सरकार और प्रशासन से मदद की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा, “हम सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों, और ब्लॉक प्रमुखों के साथ सरकार से निवेदन करते हैं कि मंदिर के नुकसान को दैवीय आपदा मानते हुए उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि इसे जल्दी से ठीक कराया जा सके।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की अपील
ग्राम प्रधान रेशमा पंवार, संगीता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य नीलम महर, और ब्लॉक प्रमुख सीता रावत ने भी सरकार से अपील की है कि मंदिर की मरम्मत और मेंटेनेंस का कार्य जल्द से जल्द कराया जाए।
श्रद्धालुओं के लिए घिन्ना देवी मंदिर एक महत्वपूर्ण स्थान है, जहां रोजाना सैकड़ों लोग दर्शन करने आते हैं। मंदिर समिति और क्षेत्रीय जनता ने मांग की है कि मंदिर को जल्द से जल्द फिर से पहले जैसा स्वरूप दिया जाए।