नई दिल्ली: सर्वोच्च अदालत द्वारा नियुक्त की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) ने भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं। ऐसी खबरें हैं कि सीओए कोचिंग स्टाफ की नियुक्ति की जिम्मेदारी कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी को दे सकती है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इन तीनों को हालांकि औपचारिक तौर से अभी तक नियुक्त नहीं किया गया है, लेकिन इस बात पर चर्चा जोरों पर है।
अधिकारी ने कहा, ‘इन लोगों को अभी तक औपचारिक तौर पर नियुक्त नहीं किया गया है, लेकिन चर्चाएं जारी हैं। इसलिए इस मुद्दे पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।’ वहीं इन तीनों में से एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘मैं अपने बारे में तभी कुछ कह सकता हूं जब प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और मेरे पास औपचारिक नियुक्ति पत्र हाथ में होगा।’
इसी तीन सदस्यीय समिति ने रमेश पवार के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद महिला क्रिकेट टीम के नए कोच के रूप में पूर्व टेस्ट क्रिकेटर डब्ल्यू वी रमन की नियुक्ति की थी, लेकिन यह तब हुआ था जब सचिन तेंदलुकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस. लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने कोच नियुक्ति की प्रक्रिया में शामिल होने से मना कर दिया था और अपनी जिम्मेदारियों के बारे में सीओए से स्पष्टीकरण मांगा था। इन तीनों ने यह तभी किया था जब इन तीनों पर सीएसी का सदस्य रहते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजियों के साथ जुड़ने को लेकर हितों के टकराव का मुद्दा उठा था। बीसीसीआई के लोकपाल डीके जैन फिलहाल इस मुद्दे को देख रहे हैं।
एड हॉक सीएसी भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच को नियुक्त करेगी तो वहीं बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी अन्य सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति करेंगे, जो कि बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक होगा।