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यमुनोत्री और गंगोत्री धाम यात्रा, एक माह में सात लाख से अधिक श्रद्धालु

  • चारधाम यात्रा 2024: यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में तीर्थयात्रियों का नया रिकॉर्ड
  • यमुनोत्री और गंगोत्री धाम यात्रा 2024: 40% की वृद्धि के साथ प्रशासन ने किया उत्कृष्ट प्रबंधन

रिपोर्ट सुभाष बडोनी 

देहरादून, 09 जून 2024 – यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की इस वर्ष की यात्रा ने नए प्रतिमान गढ़ते हुए श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड तोड़ स्वागत किया है। दोनों धामों के कपाट खुलने के केवल एक महीने के भीतर ही सात लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां पदार्पण किया है। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत अधिक है। प्रशासन द्वारा यात्रा की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं, जिससे यात्रा सुचारू और सुव्यवस्थित रूप से संचालित हो रही है।

कपाट खुलने का एक माह और रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु

यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हुआ। एक महीने के भीतर, इन दोनों धामों में कुल 706320 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पिछले साल की तुलना में यह संख्या 39.80 प्रतिशत अधिक है, जबकि 2022 की तुलना में 48.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यमुनोत्री धाम में इस साल 356305 तीर्थयात्री पहुंचे हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 48.51 प्रतिशत अधिक है। वहीं, गंगोत्री धाम में 350015 श्रद्धालु पहुंचे, जो पिछले साल की तुलना में 31.92 प्रतिशत अधिक है।

प्रशासन की कड़ी तैयारी और यात्रा व्यवस्थाएं

रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के बावजूद, यात्रा सुचारू और सुव्यवस्थित रही है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट की अगुवाई में यात्रा की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाने के लिए प्रशासन ने फरवरी माह से ही तैयारी शुरू कर दी थी। यात्रा मार्गों पर यात्री सुविधाएं, स्वास्थ्य सेवाएं, पेयजल, रोशनी, सफाई और शौचालय जैसी आवश्यक व्यवस्थाओं को प्राथमिकता दी गई है।

स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था

यमुनोत्री और गंगोत्री मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के साथ ही मोबाइल मेडिकल टीमों की व्यवस्था की गई है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर तीन मेडिकल रिलीफ पोस्ट संचालित की जा रही हैं, जबकि गंगोत्री से गोमुख मार्ग पर चाली स्वास्थ्य मित्र तैनात किए गए हैं। पुलिस, एसडीआरएफ, पीआरडी के जवानों और पर्यटन मित्रों को भी यात्रियों की सहायता के लिए तैनात किया गया है।

सफाई और पर्यावरण संरक्षण

यात्रा मार्गों की सफाई व्यवस्था के लिए तीन सौ से अधिक पर्यावरण मित्र जुटाए गए हैं। सफाई की मॉनिटरिंग के लिए सेक्टरवार अधिकारियों की तैनाती की गई है और नियंत्रण कक्ष से ऑनलाइन निगरानी की जा रही है। यमुनोत्री और गंगोत्री मार्ग पर सुलभ इंटरनेशनल, जिला पंचायत और नगर निकायों के माध्यम से टॉयलेट्स की स्थापना और रखरखाव सुनिश्चित किया गया है।

रोशनी और अन्य सुविधाएं

प्रशासन द्वारा धामों और यात्रा मार्गों पर रोशनी के विशेष इंतजाम किए गए हैं। यमुनोत्री पैदल मार्ग और जानकीचट्टी-खरसाली में पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट्स स्थापित की गई हैं, साथ ही यमुनोत्री धाम और जानकीचट्टी में हाईमास्ट लाइट्स लगाई गई हैं। इसी प्रकार गंगोत्री धाम में भी स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था बढ़ाई गई है और दो हाईमास्ट लाइट्स स्थापित की गई हैं।

यात्रा के प्रारंभिक दौर की चुनौतियां और समाधान

शुरुआती दौर में अत्यधिक संख्या में वाहनों के कारण यात्रा मार्गों पर कुछ समस्याएं उत्पन्न हुईं, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव से सड़कों पर आवागमन निर्बाध हो गया है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों और डंडी के रोटेशन को सख्ती से लागू किए जाने से आवाजाही काफी व्यवस्थित और सुरक्षित हुई है।

इस वर्ष की यमुनोत्री और गंगोत्री धाम यात्रा ने न केवल रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित किया है, बल्कि प्रशासन की कड़ी मेहनत और सुव्यवस्थित व्यवस्थाओं ने यात्रा को सफल और स्मरणीय बना दिया है। श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा व्यवस्थाओं की निरंतर सराहना की जा रही है, जो प्रशासन के प्रयासों की सफलता का प्रमाण है।

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