राजभवन में एआई, मेटावर्स और क्वांटम कंप्यूटिंग पर कार्यशाला, राज्यपाल ने लॉन्च किया एआई चैटबॉट
सोमवार: राजभवन में वीर माधो सिंह भण्डारी तकनीकी विश्वविद्यालय के तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला ‘‘एआई, मेटावर्स और क्वांटम कंप्यूटिंग के साथ कल का निर्माण’’ का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन यूपीईएस, देहरादून और क्वांटम विश्वविद्यालय, रुड़की के सहयोग से हुआ, जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञों ने अपने प्रस्तुतीकरण दिए।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने राजभवन की डिजिटल पहल के तहत राज्यपाल के एआई चैटबॉट ‘‘स्पीच टू टेक्स्ट और टेक्स्ट टू स्पीच’’ का शुभारंभ किया। इस चैटबॉट के माध्यम से राज्यपाल के भाषणों की वीडियो को टेक्स्ट और टेक्स्ट को वीडियो रूप में परिवर्तित किया जा सकेगा। राज्यपाल ने कहा कि आने वाला समय एआई, मेटावर्स और क्वांटम कंप्यूटिंग का है, और यह तकनीकें हमारे जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करेंगी।
कार्यशाला में विश्वविद्यालय के डॉ. विशाल कुमार और डॉ. अजित सिंह ने एआई के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एआई में मानव प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूने की क्षमता है, लेकिन इसके साथ ही यह कई चुनौतियों को भी सामने लाता है। वहीं यूपीईएस के डॉ. विजय शेखर और पंकज बडोनी ने मेटावर्स को भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव बताया। क्वांटम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विवेक कुमार और डॉ. अमृता कुमारी ने क्वांटम कंप्यूटिंग की अद्वितीय संभावनाओं पर चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने एआई चैटबॉट विकसित करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज, द्वाराहाट के प्रो. विशाल कुमार और उनके छात्रों मयंक बिष्ट, दीपक सिंह व शुभम को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षाविद् और छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।