
देहरादून, 29 जनवरी – उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं में एक बड़ा बदलाव करते हुए प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में इलाज के लिए लगने वाले यूजर चार्ज को एक समान कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर लिए गए इस निर्णय से मरीजों को आर्थिक राहत मिलेगी। अब ओपीडी, आईपीडी पर्ची, बेड और एंबुलेंस के लिए पूरे राज्य में एक जैसी दरें लागू होंगी।
प्रदेश में देहरादून, श्रीनगर, हरिद्वार, हल्द्वानी और अल्मोड़ा स्थित पांच राजकीय मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, जबकि रुद्रपुर और पिथौरागढ़ के नए मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पताल भी सेवाएं दे रहे हैं। अभी तक इन संस्थानों में इलाज के लिए अलग-अलग शुल्क तय थे, जिससे मरीजों को असमान शुल्क चुकाना पड़ता था। लेकिन अब धामी सरकार ने इन सभी मेडिकल कॉलेजों में यूजर चार्ज को एक समान करने का निर्णय लिया है, जिससे समूचे प्रदेश में चिकित्सा शुल्क को लेकर पारदर्शिता और एकरूपता आएगी।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि इस फैसले से मरीजों को राहत मिलेगी और उपचार की प्रक्रिया अधिक सरल हो जाएगी। उन्होंने कहा, “पहले मेडिकल कॉलेजों में इलाज के शुल्क अलग-अलग निर्धारित थे, लेकिन अब पूरे प्रदेश में एक समान दरें लागू होंगी। इससे मरीजों को आर्थिक लाभ मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में एकरूपता आएगी।”
नई दरें इस प्रकार होंगी:
ओपीडी पंजीकरण – 20 रुपये
आईपीडी पंजीकरण – 50 रुपये
जनरल वार्ड (प्रति बेड) – 25 रुपये
प्राइवेट वार्ड (प्रति बेड) – 300 रुपये
एसी वार्ड (प्रति बेड) – 1000 रुपये
एंबुलेंस (पहले 5 किमी.) – 200 रुपये
एंबुलेंस (प्रति किमी. इसके बाद) – 20 रुपये
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अब मेडिकल कॉलेजों में रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी जांचों की दरें भी केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के अनुसार तय होंगी। इसमें एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई और डायलिसिस जैसी सेवाएं शामिल हैं।
यूजर चार्ज से जनता को मिलेंगी ये सुविधाएं:
रैन बसेरों का निर्माण और रखरखाव
चिकित्सा क्षेत्र में शोध और अनुसंधान को बढ़ावा
मेडिकल छात्रों को प्रोत्साहन
बाल रोग विभाग में दुग्ध बूथ की स्थापना
दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाओं का विस्तार
महिला मरीजों के लिए पिंक टॉयलेट का निर्माण