मसूरी-देहरादून मार्ग पर मैगी प्वाइंट के पास जंगल में भीषण आग, दो घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू

रिपोर्ट- सुनील सोनकर
मसूरी। मसूरी-देहरादून मार्ग पर मैगी प्वाइंट के समीप घने जंगलों में शनिवार को अचानक भीषण आग भड़क उठी। आग की लपटों ने आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मचा दी। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सड़क किनारे स्थित दुकानों तक खतरा मंडराने लगा। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए वन विभाग, अग्निशमन सेवा और पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों के सहयोग से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि आग से वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है, राहत की बात रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जंगल के पास कुछ लोगों द्वारा प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा था, आशंका जताई जा रही है कि संभवतः उन्हीं में से किसी की लापरवाही से जंगल में आग लगी हो।
स्थानीय दुकानदार अमित कुमार ने बताया कि अचानक उनकी दुकान के पास जंगल से तेज धुआं उठने लगा। कुछ ही मिनटों में आग की लपटें उनकी दुकान तक पहुंचने लगीं, जिससे वे भयभीत हो उठे। अमित कुमार ने तुरंत संबंधित विभाग को सूचना दी, जिस पर फायर सर्विस, वन विभाग और मसूरी पुलिस मौके पर पहुंची और आग बुझाने का अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि यदि समय रहते आग पर काबू न पाया जाता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
मसूरी वन प्रभाग के डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि सूचना मिलते ही विभाग की टीम तत्काल घटनास्थल पर रवाना हुई और समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। उन्होंने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। यदि किसी व्यक्ति द्वारा जानबूझकर आग लगाने की पुष्टि होती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीएफओ ने बताया कि वनाग्नि सीजन को ध्यान में रखते हुए मसूरी वन प्रभाग में 43 क्रू स्टेशनों का गठन किया गया है और 198 फायर वॉचरों को वनों में तैनात किया गया है। साथ ही ग्रामीणों को भी वनाग्नि से बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने आमजन से अपील की कि कोई भी व्यक्ति जंगल में आग न लगाएं। विभाग की ओर से जंगल में आग लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।