गुरुवार को थानाध्यक्ष गोविंदघाट लक्ष्मी प्रसाद बिजल्वाण ने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्षेत्र भ्रमण के दौरान लामबगड़ के पास सड़क पर एक लावारिस बैग पाया। बैग की जांच करने पर उसमें 04 पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, 50,000 रुपए भारतीय धनराशि, 54,000 मलेशियाई रिंगिट, पावर बैंक, कपड़े और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले।
पुलिस ने मित्रता, सेवा और सुरक्षा की भावना को ध्यान में रखते हुए उक्त बैग को सुरक्षित रखा और दस्तावेजों से बैग के स्वामी की जानकारी करने का प्रयास किया। परिणामस्वरूप, बैग मलेशिया के निवासी सुंदरा गणेश पुत्र जॉनी थसेरा का पाया गया। उनसे संपर्क कर उन्हें गोविंदघाट बुलाया गया। उन्होंने बताया कि वे 35 लोगों के बाइकर्स ग्रुप के साथ बद्रीनाथ की यात्रा पर थे और लामबगड़ के पास बैग गिर गया था, जिसका उन्हें पता नहीं चला।
बैग के मालिक अपने जरूरी दस्तावेज खोने से चिंतित थे और उन्हें बैग के सकुशल मिलने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। लेकिन, चमोली पुलिस की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा ने इस विदेशी नागरिक की आंखों में खुशी के आँसू ला दिए। उत्तराखंड पुलिस की इस ईमानदारी के लिए उनकी तहे दिल से प्रशंसा की गई।