जौनपुर क्षेत्र के भवान का पीएम श्री विद्यालय बना आधुनिक शिक्षा की मिसाल
डिजिटल कक्षाओं, अटल टिंकरिंग लैब और ऑनलाइन पढ़ाई से ग्रामीण छात्रों को मिला नया भविष्य

थत्यूड (टिहरी गढ़वाल)। उत्तराखंड सरकार की शिक्षा सुधार नीतियों का प्रभाव अब दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों तक स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश के सरकारी विद्यालय आधुनिक संसाधनों और तकनीक आधारित शिक्षा के माध्यम से नई पहचान गढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में टिहरी जनपद के जौनपुर क्षेत्र स्थित पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज भवान ग्रामीण शिक्षा का एक प्रेरक मॉडल बनकर उभरा है।
पीएम श्री योजना से बदली विद्यालय की तस्वीर
पीएम श्री योजना के अंतर्गत शामिल होने के बाद राजकीय इंटर कॉलेज भवान में शैक्षिक अधोसंरचना का व्यापक विकास हुआ है। वर्तमान में विद्यालय में 234 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होने के बाद विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण पहले की तुलना में अधिक अनुशासित, रोचक और गुणवत्तापूर्ण हो गया है।
अटल टिंकरिंग लैब से नवाचार को मिल रहा मंच
विद्यालय में IIT कानपुर के सहयोग से स्थापित अटल टिंकरिंग लैब ग्रामीण छात्रों के लिए नवाचार का केंद्र बन गई है। यहाँ छात्र रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स किट, सेंसर तकनीक, 3D प्रिंटर और मॉडल निर्माण जैसी अत्याधुनिक गतिविधियों से रूबरू हो रहे हैं। यह लैब विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और समस्या समाधान की क्षमता को विकसित कर रही है।
स्मार्ट क्लास से पढ़ाई हुई आसान और प्रभावी
विद्यालय में स्थापित स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से ऑडियो–वीडियो कंटेंट द्वारा कठिन विषयों को सरल और रुचिकर ढंग से पढ़ाया जा रहा है। इससे छात्रों की समझ में वृद्धि हुई है और सीखने के प्रति उनका उत्साह भी बढ़ा है।
ऑनलाइन शिक्षा से शहरों जैसी सुविधा
जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल के विशेष प्रयासों से विद्यालय में PhysicsWallah की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। इसके माध्यम से ग्रामीण छात्रों को भी अब देश के प्रतिष्ठित शिक्षकों से सीखने का अवसर मिल रहा है, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मजबूत हो रही है।
खेल और सहगामी गतिविधियों में भी आगे छात्र
खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए शिक्षा विभाग और NGO हीमोत्थान के संयुक्त प्रयासों से विशेष प्रशिक्षण दिया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। विद्यालय के 15 छात्रों का चयन ब्लॉक व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए हुआ है।
पुस्तकालय, योग और कला शिक्षा से सर्वांगीण विकास
विद्यालय में सुसज्जित पुस्तकालय की स्थापना की गई है, जहाँ विभिन्न विषयों की पुस्तकों के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सामग्री उपलब्ध है। इसके अलावा योग, कराटे और कला शिक्षा भी नियमित रूप से दी जा रही है, जिससे छात्रों का शारीरिक, मानसिक और रचनात्मक विकास सुनिश्चित हो रहा है। मध्यान्ह भोजन के लिए पृथक रसोईघर का भी निर्माण किया गया है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सोच को साकार करता विद्यालय
आज राजकीय इंटर कॉलेज भवान केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि सीख, नवाचार और सकारात्मक बदलाव का केंद्र बन चुका है। विद्यालय ने यह सिद्ध कर दिया है कि सही नीति, मजबूत प्रशासनिक इच्छाशक्ति और आधुनिक संसाधनों के समन्वय से पहाड़ के विद्यालय भी गुणवत्तापूर्ण और तकनीक आधारित शिक्षा का उदाहरण बन सकते हैं।



