- एनडीआरएफ ने राहत एवं बचाव कार्यों के लिए उपकरणों के कुशल उपयोग का दिया प्रशिक्षण।
- सीपीआर समेत विभिन्न आपदा प्रबंधन तकनीकों की दी गई जानकारी।
- अधिकारियों और कर्मियों ने आपदा प्रबंधन में रुचि और तत्परता दिखाई
थत्यूड़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल के निर्देशानुसार एवं अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी चंबा के निकट पर्यवेक्षण में शनिवार को थाना थत्यूड़ में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की गदरपुर, उधम सिंह नगर से आई टीम ने अधिकारियों और कर्मियों को आपदा के दौरान उपयोग में आने वाले उपकरणों और राहत-बचाव कार्यों का विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
इस मौके पर एनडीआरएफ की टीम ने थाना थत्यूड़ पर मौजूद समस्त अधिकारी, कर्मचारी, होमगार्ड और पीआरडी जवानों को मानसून के दौरान संभावित आपदाओं के मद्देनजर थाने में उपलब्ध आपदा उपकरणों के कुशल उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। टीम ने आपदा की स्थिति में इन उपकरणों के सही हैंडलिंग और प्रभावी इस्तेमाल के बारे में भी प्रशिक्षण दिया। इसके साथ ही दुर्घटनाओं और आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्य में अन्य सामान्य वस्तुओं के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई, जिससे मौके पर उपकरणों की अनुपलब्धता में भी राहत कार्य प्रभावित न हो।
एनडीआरएफ टीम ने कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) का भी प्रशिक्षण दिया, जिससे आपदा या दुर्घटना की स्थिति में घायलों की तत्काल मदद की जा सके। इस दौरान टीम के निरीक्षक राम पंकज मय हेड कांस्टेबल जयपाल सिंह, बसंत, कांस्टेबल पंकज, सुमित, सचिन, प्रवीन और वेदपाल ने अपने अनुभव और तकनीकों को साझा किया।
प्रशिक्षण के दौरान थाना थत्यूड़ के अधिकारी, होमगार्ड और पीआरडी जवानों ने भी पूरी रुचि के साथ हिस्सा लिया। एनडीआरएफ टीम के इस प्रयास को सराहा गया, क्योंकि यह प्रशिक्षण आपदा के दौरान जीवन रक्षक सिद्ध हो सकता है और पुलिस बल को आपदा से निपटने में दक्ष बना सकता है।