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भव्य नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 की तैयारियों में तेजी, मुख्यमंत्री ने दिए कड़े निर्देश

  • श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाओं पर रहेगा विशेष फोकस: पुष्कर सिंह धामी
  • नंदा देवी यात्रा के पड़ावों पर होगी डिजिटल ट्रैकिंग से निगरानी, हेली एम्बुलेंस तक की व्यवस्था

देहरादून, 17 जून। उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 के भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां अब रफ्तार पकड़ चुकी हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि यात्रा की हर व्यवस्था समन्वित, व्यवस्थित और श्रद्धालुओं की सुविधा को केंद्र में रखकर की जाए।

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया कि राजजात के सफल संचालन हेतु एक उच्च स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया जाए, जो सभी विभागों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में स्वच्छता, ठहरने, भोजन, स्नान, स्वास्थ्य सुविधा और संचार तंत्र जैसी आवश्यक व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च हिमालयी मार्गों की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम, हेल्पलाइन नंबर, मेडिकल कैंप, हेली एम्बुलेंस जैसी व्यवस्थाओं को पूरी तरह सक्रिय किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पड़ावों पर टेंट, शौचालय, पेयजल, स्नानागार और पार्किंग स्थलों की भी समुचित व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री ने लोक संस्कृति के संरक्षण की बात करते हुए निर्देश दिए कि नंदा देवी यात्रा से जुड़े लोक गीतों और लोक कथाओं का डिजिटल अभिलेखीकरण किया जाए। साथ ही, पर्यटन विभाग द्वारा यात्रा के पड़ावों और धार्मिक महत्व को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित-प्रसारित किया जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि बरसात के मौसम में होने वाली इस यात्रा में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए विशेष इंतज़ाम किए जाएं और वन क्षेत्रों से गुजरने वाली यात्रा में पर्यावरण और जैव विविधता की रक्षा सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने दिए मासिक समीक्षा के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वह प्रतिमाह यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करें। इसके साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं आयुक्तों को सप्ताहिक समीक्षा करने के लिए कहा गया है ताकि ग्राउंड लेवल पर कोई चूक न हो।

उन्होंने कहा कि नंदा देवी यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि संस्कृति, आस्था और उत्तराखण्ड की पहचान से जुड़ा आयोजन है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में दिव्य और भव्य रूप दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने हरिद्वार कुंभ 2027 की तैयारियों पर भी जोर दिया।

बैठक में मौजूद रहे कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और अधिकारी
बैठक में राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, विधायक बंशीधर भगत, अनिल नौटियाल, भूपाल राम टम्टा, सुरेश गड़िया, पार्वती दास, डॉ. मोहन सिंह बिष्ट सहित कई विधायक, नंदा राजजात यात्रा समिति के पदाधिकारी, विभिन्न जिलों के डीएम, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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