
रिपोर्ट –मुकेश रावत
धनोल्टी, 30 मार्च: चैत्र नवरात्र के पहले दिन जिलेभर के सिद्धपीठ और देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्त देवी के दर्शन के लिए मंदिरों में पहुंचने लगे और देर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही। विशेष रूप से प्रसिद्ध सुरकंडा देवी मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ा, जिससे धनोल्टी से कद्दूखाल तक करीब 1 से 2 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। वहीं, सुरकंडा देवी रोपवे में भी श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं।
रविवार को मां शैलपुत्री की आराधना के साथ जिलेभर के देवी मंदिरों में हरियाली बोई गई और श्रद्धालुओं ने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। चंद्रबदनी, कुंजापुरी, नव दुर्गा मंदिर (नई टिहरी), ज्वालामुखी मंदिर (विनकखाल) सहित अन्य देवी मंदिरों में भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
सुरकंडा देवी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
दिल्ली के शालीमार बाग से आए किशन राठौर और उनकी पत्नी सुलेखा, जड़धार गांव के चंदन सिंह रावत, देहरादून के नीरज कुमार, हरिद्वार की अलका, ऋषिकेश की सुमित्रा देवी और आनंद सिंह सहित कई श्रद्धालुओं ने बताया कि वे लगभग हर नवरात्र पर मां सुरकंडा के दर्शन के लिए आते हैं।
मंदिर समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। उन्होंने प्रशासन से कद्दूखाल और आसपास के क्षेत्रों में पार्किंग सुविधाओं को बढ़ाने की मांग की, ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो।
चंबा के थानाध्यक्ष एलएस बुटोला ने बताया कि मंदिर में उमड़ी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया था और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए।
सुरकंडा देवी रोपवे सेवा के समन्वयक नरेश बिजल्वाण ने बताया कि सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं, जिससे रोपवे का संचालन पूरे दिन व्यस्त रहा।
अन्य सिद्धपीठों में भी रही भक्तों की भीड़
सिर्फ सुरकंडा देवी ही नहीं, बल्कि कुंजापुरी मंदिर (नरेंद्रनगर) और चंद्रबदनी मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। वहीं, चंबा ब्लॉक के जड़धार गांव में मां सुरकंडा देवी के मायके में उनकी प्रतीकात्मक मूर्ति की पूजा कर विशेष अनुष्ठान किया गया। ग्रामीणों ने हरियाली बोई और मां के आशीर्वाद की कामना की।
नवरात्र के पहले दिन भक्तों की श्रद्धा और आस्था से पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में रंगा नजर आया।