थत्यूड

 घिन्ना देवी मंदिर में हरेला पर्व: पर्यावरण संरक्षण की अनूठी पहल

रिपोर्ट– मुकेश रावत 

थत्यूड़ : दशज्युला पट्टी के अगिंडा गांव स्थित सुप्रसिद्ध घिन्ना देवी मंदिर में हरेला पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह चौहान की अध्यक्षता में देवदार, बांज, बुरांश आदि कई प्रजातियों के सैकड़ों वृक्ष रोपित किए गए। इस समारोह में वन विभाग, उधान विभाग, ग्राम प्रधान, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

महावीर सिंह चौहान ने बताया कि पिछले छह-सात वर्षों से वन विभाग के सहयोग से घिन्ना देवी में हरेला पर्व मनाया जा रहा है, और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। उनका मानना है कि घिन्ना देवी स्थल को प्राकृतिक सौंदर्य से और भी सुशोभित किया जाएगा। इस पहल से घिन्ना देवी न केवल धार्मिक स्थल के रूप में बल्कि एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है।

मंदिर का नव निर्माण होने के बाद से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, और हर साल हरेला पर्व पर वृक्षारोपण कर इस क्षेत्र को और भी सुंदर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। महावीर सिंह चौहान ने कहा, “वन लगेंगे तो इस पावन स्थल की सुंदरता और बढ़ेगी, और भविष्य में यह एक सुंदर पर्यटक स्थल बनेगा।

उपस्थित अधिकारियों और ग्रामीणों ने पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के महत्व पर जोर दिया। उप वन क्षेत्राधिकारी बिजेंद्र कोकलियाल ने कहा, “हरेला पर्व हमारे संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है। हर साल इस अवसर पर वृक्षारोपण कर हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संकल्प लेते हैं।

हरेला पर्व न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का अवसर है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण माध्यम भी है। इस प्रकार के आयोजन हमें हमारे प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जागरूक करते हैं और उनके संरक्षण की दिशा में प्रेरित करते हैं।

इस आयोजन ने सभी उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया और भविष्य में और भी अधिक वृक्षारोपण करने का संकल्प लिया गया। इस प्रकार, घिन्ना देवी मंदिर क्षेत्र में हर साल हरेला पर्व मनाने की यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले समय में इस क्षेत्र को एक खूबसूरत पर्यटक स्थल में परिवर्तित करने में सहायक सिद्ध होगा।

हरेला पर्व के दौरान उप वन क्षेत्राधिकारी बिजेंद्र कोकलियाल, वन बीट अधिकारी रामलाल, लोकेंद्र रावत, उधान विभाग के अमित, ग्राम प्रधान रेशमा पंवार, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नीरू चौहान, वन सरपंच जैपाल चौहान, मालचंद पडियार, अध्यापक विजयपाल पंवार, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, बच्चे और ग्रामवासी उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!