रिपोर्ट– मुकेश रावत
थत्यूड़ – देवलसारी रेंज, मसूरी वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी लतिका उनियाल ने जानकारी दी कि 1 जून को देवलसारी रेंज के अन्तर्गत ग्राम सभा मुन्डणी के जालसी सिविल, ग्राम सभा परोड़ी के सिविल क्षेत्र एवं ग्राम सभा ख्यार्सी के सिविल क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर वनाग्नि की घटनाएं घटित हुई हैं। आग लगाने वाले व्यक्तियों का पता नहीं चल पाया है, जिसके मध्यनजर 2 जून को थाना थत्यूड़ में अज्ञात के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार, क्यारी अनुभाग के उपरोक्त सिविल क्षेत्रों में लगी आग को वनाग्नि सुरक्षा टीम द्वारा सफलतापूर्वक बुझा दिया गया है। इस कार्यवाही का नेतृत्व वन क्षेत्राधिकारी लतिका उनियाल ने स्वयं किया। क्रू स्टेशन टीम प्रभारी/वन दरोगा सुरेन्द्र प्रसाद गौड़ एवं वन बीट अधिकारी महेन्द्र सिंह चौहान व फायर वाचरों द्वारा वनाग्नि शमन की कार्यवाही की गई।
वन क्षेत्राधिकारी लतिका उनियाल ने बताया कि वनाग्नि की घटनाएं गम्भीर चिंता का विषय हैं और वन विभाग इस दिशा में कड़े कदम उठा रहा है। उन्होंने सभी ग्रामवासियों से अपील की कि वे जंगल में आग लगाने से बचें और ऐसी किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत वन विभाग को दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके। वनाग्नि की रोकथाम और सुरक्षा हेतु वन विभाग द्वारा निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
वन विभाग द्वारा आग की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसमें स्थानीय निवासियों को वनाग्नि से बचाव और उसके प्रभावों के बारे में जानकारी दी जा रही है। वन क्षेत्राधिकारी ने कहा कि वनाग्नि से न केवल वन्यजीवों का जीवन खतरे में पड़ता है, बल्कि पर्यावरण और मानव जीवन पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि वन विभाग और स्थानीय समुदाय के बीच समन्वय और सहयोग से ही इन घटनाओं को रोका जा सकता है।
वन क्षेत्राधिकारी ने यह भी बताया कि जंगल की आग बुझाने में वन विभाग की टीम ने साहसिक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने आग बुझाने में शामिल सभी कर्मचारियों की सराहना की और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया।