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इंटेंसिव केयर सेंटर में पहुँचे एलारा कैपिटल ग्रुप लंदन के सीईओ राज भट्ट, जिला प्रशासन की पहल को सराहा — बच्चों के भविष्य संवारने का भरोसा

बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम व शिक्षा सुधार मॉडल को बताया प्रेरणादायक

  • बच्चों से रूबरू होकर दी हर संभव सहयोग की घोषणा
  • प्रशासन के सतत प्रयासों से शिक्षा की मुख्यधारा में लौट रहे बच्चे

देहरादून।  एलारा कैपिटल ग्रुप लंदन के सीईओ एवं फाउंडर राज भट्ट ने बुधवार को देहरादून जिला प्रशासन द्वारा संचालित राज्य के प्रथम मॉडल इंटेंसिव केयर सेंटर का निरीक्षण किया। साधुराम इंटर कॉलेज, राजा रोड स्थित इस सेंटर में बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम और वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए किए जा रहे कार्यों की उन्होंने सराहना की।

भट्ट ने जिलाधिकारी सविन बंसल से सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं, शिक्षा व्यवस्था और बच्चों की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस पुनीत कार्य को आगे बढ़ाने के लिए वे व्यक्तिगत स्तर पर हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे।

मूल रूप से उत्तराखंड के चंपावत निवासी श्री भट्ट लंदन में एक सफल उद्यमी होने के साथ-साथ समाजसेवा के विभिन्न अभियानों से जुड़े हैं। गरीबों की मदद, बच्चों की शिक्षा और देखभाल में वे निरंतर योगदान दे रहे हैं। सेंटर पहुंचकर बच्चों से बातचीत करते हुए वे काफी प्रभावित दिखे।

सड़क पर भटकते बचपन को नई दिशा दे रहा सेंटर

जिलाधिकारी बंसल ने बताया कि बाल भिक्षावृत्ति निवारण और बाल मजदूरी उन्मूलन के लिए राज्य का पहला इंटेंसिव केयर सेंटर देहरादून में एक मॉडल के रूप में विकसित किया गया है। यहां सड़क पर भीख मांगते, कूड़ा बीनने वाले तथा बाल श्रम में संलिप्त बच्चों को पहचानकर उनकी काउंसलिंग की जाती है।

इसके बाद उन्हें अक्षर ज्ञान, कंप्यूटर शिक्षा, संगीत, योग, खेलकूद जैसी गतिविधियों से जोड़ते हुए स्कूलों में दाखिला दिलाया जाता है। जिला प्रशासन ने आसरा, समर्पण और सरफीना जैसे स्वैच्छिक समूहों के साथ एमओयू कर सेंटर का संचालन सुनिश्चित किया है।

अब तक 258 बच्चे शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़े

जिला प्रशासन ने अब तक

  • 82 भिक्षावृत्ति में लिप्त,
  • 63 बाल मजदूरी में संलिप्त तथा
  • 113 कूड़ा बीनने वाले बच्चों

को रेस्क्यू कर कुल 258 बच्चों को इस सेंटर के माध्यम से स्कूल से जोड़ा है।

वर्तमान में 51 बच्चे सेंटर में नियमित शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिनमें 29 बालक और 22 बालिकाएँ शामिल हैं। इनमें से —

  • 30 बच्चों को जीपीएस व जीयूपीएस परेड ग्राउंड,
  • 19 बच्चों को साधुराम इंटर कॉलेज
  • 2 बच्चों को जीपीएस मथुरावाला में दाखिला दिलाया जा चुका है।

इन सभी का संपूर्ण शिक्षा व्यय जिला प्रशासन वहन करता है। साथ ही आरबीएसके टीम द्वारा बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है।

भवन सुधार व व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्कूल प्रबंधन को मॉडल इंटेंसिव केयर सेंटर भवन के प्रथम तल के निर्माण, पैदल मार्ग की मरम्मत, रेलिंग और शौचालय की मरम्मत कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूल में नियमित सफाई व्यवस्था के लिए आउटसोर्सिंग व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, सहायक निदेशक सूचना बद्री चंद्र नेगी, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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