सात दिन का अनशन खत्म: जिलाधिकारी की पहल से गेंवाली के विकास कार्यों को मिले पंख, ग्रामीणों में खुशी
टिहरी – जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने गुरुवार को जनपद के दूरस्थ गांव गेंवाली पहुंचकर ग्रामीणों की दस सूत्री मांगों को सुना और सभी जायज मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही सात दिन से चल रहे ग्रामीणों के अनशन को समाप्त करवाया। ग्राम प्रधान किशन दास और पूर्व प्रधान बचन सिंह रावत ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे पहले जिलाधिकारी हैं जिन्होंने गांव आकर उनकी समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिया।
हाई स्कूल भवन निर्माण की मांग पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश
ग्रामीणों ने हाई स्कूल भवन की मांग की, जिसके लिए बेसिक स्कूल के पास पर्याप्त स्थान की उपलब्धता की जानकारी दी गई। इस पर जिलाधिकारी ने तीन कमरों का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने का आश्वासन दिया और खंड शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सड़क कनेक्टिविटी और पुल निर्माण कार्य पर त्वरित निर्णय
PMGYSY के अधिशासी अभियंता ने जखाणा पुल के लेंटर कार्य को अगले दो महीनों में पूरा करने का आश्वासन दिया। वहीं, गेंवाली के समीप बन रहे पुल के ठेकेदार को बदलकर नए ठेकेदार से कार्य करवाने के निर्देश दिए गए।
मनरेगा कार्यों के शीघ्र प्रारंभ होने की घोषणा
खंड विकास अधिकारी घनसाली को गांव में मनरेगा से संबंधित सभी कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिए गए। बीएसएनएल अधिकारी ने गांव में कनेक्टिविटी समस्या के समाधान हेतु जल्द नया टावर लगाए जाने की बात कही।
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए शिविरों का आयोजन
स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने की मांग पर जिलाधिकारी ने सीएमओ श्याम विजय को निर्देश दिए कि जब तक स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक गेंवाली में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर ग्रामीणों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।
गेंवाली के ग्रामीण 11 अक्टूबर से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर थे, जिसे जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया।
इस मौके पर डीपीआरओ एम.एम. खान, एसडीएम घनसाली अपूर्वा सिंह और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।