बाल विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक में डीएम मयूर दीक्षित ने दिए सख्त निर्देश
- मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना से लाभान्वित हो रहे 111 अनाथ बच्चे
- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और राष्ट्रीय पोषण मिशन की योजनाओं पर जिलाधिकारी का विशेष जोर
टिहरी, शुक्रवार: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में बाल विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें अनुपूरक पोषाहार, राष्ट्रीय पोषण योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना सहित कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा की गई। डीएम ने सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के सुचारु संचालन और बच्चों को समुचित पोषण देने के लिए बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए।
महिला और बच्चों के पोषण पर विशेष जोर
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि नवजात शिशु और धात्री महिलाओं को समय पर महालक्ष्मी किट्स वितरित की जाएं। उन्होंने कहा कि किट्स की गुणवत्ता और वितरण प्रक्रिया पर विशेष ध्यान दिया जाए। वहीं, वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण करने के लिए डीडीओ को निर्देशित किया गया, ताकि महिला सुरक्षा और सहायता के लिए यह सेंटर प्रभावी तरीके से काम कर सके।
विभिन्न योजनाओं से हजारों बच्चे लाभान्वित
बाल विकास अधिकारी संजय गौरव ने बैठक में जानकारी दी कि जनपद में 874 बच्चे वात्सल्य योजना के अंतर्गत और 130 बच्चे स्पॉन्सरशिप योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। साथ ही, 111 अनाथ बच्चों को प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराए गए हैं। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना के तहत नवजात शिशुओं और धात्री महिलाओं को 5 हजार रुपये की धनराशि से निर्मित किट प्रदान की जा रही है।
बाल विकास में निरंतर सुधार के प्रयास
बैठक के दौरान डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों और बाल विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
बैठक में डीडीओ मो. असलम, सीडीपीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।