टिहरी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन मंे जनपद के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षात्मक एवं राहत कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। जिलाधिकारी सभी कार्यों को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द आपदा प्रभावितों का जनजीवन सामान्य पटरी पर लाया जा सके।
घनसाली क्षेत्रान्तर्गत मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटर मार्ग को जोड़ने हेतु वैली ब्रिज पहुंच चुका है, जिसे स्थापित करने की कार्यवाही गतिमान है। बूढ़ाकेदार क्षेत्र में रीवर चैनलाइजेशन हेतु निर्माण सामाग्री पहंुच चुकी है, कार्य प्रगति पर है। जखन्याली, पिपोला तथा मुयालगांव में विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। इसके साथ ही बाधित सड़कों को खोलने तथा आपदा प्रभावित ग्रामों मंे विभागीय परिसम्पतियों यथा मार्गों, नहरों, गूलों, पेयजल संरचनाओं की क्षति आंकलन की कार्यवाही गतिमान है।
तहसील घनसाली से महेशा शाह ने बताया कि अस्थाई राहत शिविर रा.इ.का. विनकखाल में ठहरे तिनगढ़ और तोली के 200 से अधिक लोगों का खाना, पानी एवं अन्य आवश्यक सामाग्री की व्यवस्था नियमित चल रही है। अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं की पढ़ाई मंे कोई व्यवधान न आये इस हेतु व्यवस्था की गई है। तिनगढ़ गांव के 44 परिवारों को (05 हजार प्रति परिवार) अहेतुक राशि तथा 74 परिवारों को (01 लाख 30 हजार प्रति परिवार) भवन क्षति के राहत चैक दिये जा रहे हैं। विनकखाल राहत शिविर में ठहरे पशुपालकों को 24 किलोग्राम कॉम्पैक्ट फीड ब्लॉक चारा वितरित किया गया।
जिला आपदा अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि ग्राम जखन्याली के 01 प्रभावित परिवार तथा गांव के 05 लोगों को महिला मिलन केन्द्र एवं जनता जूनियर हाई स्कूल (राहत शिविर) मंे ठहराया गया है, जहां उनके लिए खाना एवं पेयजल की व्यवस्था के साथ ही एक पानी के टैंकर की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि 05 लोगों की (एसडीआरएफ और वन विभाग) टीम महस्रताल (पिनस्वाड़ छानियों से 03 किमी पीछे) पहुंच गई है।