
- पर्यटन को बढ़ावा देने को उत्तराखंड में टेम्पो ट्रैवलर सेवा शुरू, सीएम धामी ने दिखाई हरी झंडी
- मसूरी में पहली टेम्पो ट्रैवलर के पहुंचते ही दिखा उत्साह, पर धार्मिक पोस्टरों पर उठे सवाल
- स्थानीयों ने जताई आपत्ति, कहा- ‘धार्मिक स्थलों की तस्वीरें थूक और गंदगी का निशाना न बनें’
रिपोर्ट–सुनील सोनकर
मसूरी । उत्तराखंड में पर्यटन को नया आयाम देने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए टेम्पो ट्रैवलर सेवा की शुरुआत की।
मसूरी, नैनीताल और अन्य दर्शनीय स्थलों तक यातायात को सुलभ और आरामदायक बनाने के उद्देश्य से यह सेवा शुरू की गई है। सरकार का लक्ष्य है कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव दिया जा सके।
पहली टेम्पो ट्रैवलर पहुंची मसूरी, स्वागत के साथ उठा विरोध का स्वर
मंगलवार को जब मसूरी की वादियों में पहली टेम्पो ट्रैवलर पहुंची, तो स्थानीय नागरिकों में उत्साह की लहर दौड़ गई। लेकिन इसके साथ ही टेम्पो ट्रैवलर पर चिपकाए गए धार्मिक स्थलों के पोस्टरों को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे इस पहल का स्वागत करते हैं, लेकिन चारधाम जैसे पवित्र स्थलों की तस्वीरों को सार्वजनिक वाहन पर लगाना भावनाओं से खिलवाड़ है। लोगों ने यह भी तर्क दिया कि इन गाड़ियों में सफर करने वाले कई यात्री पान, गुटखा थूकते हैं या उल्टी कर देते हैं — ऐसे में इन तस्वीरों का अपमान होता है।
धार्मिक भावनाएं आहत, सरकार से कार्रवाई की मांग — आंदोलन की चेतावनी
आक्रोशित स्थानीय निवासियों ने साफ कहा कि यदि सरकार इन पोस्टरों को जल्द नहीं हटाती है, तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं।
उनका कहना है कि धार्मिक आस्था को बाजारू प्रचार का माध्यम नहीं बनाया जाना चाहिए। इससे लोगों की आस्था को ठेस पहुंचती है।
भाड़ा तय: ₹126 में देहरादून से मसूरी, 17 सवारियों की क्षमता
इस सेवा के अंतर्गत फिलहाल देहरादून से मसूरी तक का किराया ₹126 निर्धारित किया गया है। एक टेम्पो ट्रैवलर में कुल 17 यात्री सफर कर सकते हैं।
सरकार का मानना है कि इससे निजी वाहनों की निर्भरता कम होगी और यातायात व प्रदूषण पर भी नियंत्रण रहेगा।