
- सरल और पारदर्शी चयन प्रक्रिया से हुई निष्पक्ष भर्तियां – जिलाधिकारी
- टिहरी में नव नियुक्त 700 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को सौंपे गए नियुक्ति पत्र
नई टिहरी, 12 जून। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने गुरुवार को खेल विभाग के सभागार, नई टिहरी में जिले की नव नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
इस अवसर पर मंत्री रेखा आर्या ने कहा, “आंगनबाड़ी कार्यकत्री का पद केवल रोजगार का जरिया नहीं, बल्कि समाज सेवा का एक पवित्र अवसर है। यह जिम्मेदारी महिला और बाल विकास की मजबूत नींव रखने का कार्य करती है।” उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कार्यकत्रियों के मानदेय में ऐतिहासिक बढ़ोतरी करते हुए पहली बार पूरी भर्ती प्रक्रिया को ऑनलाइन मोड में सम्पन्न कराया है, जिसे मात्र 3 महीनों में पारदर्शिता के साथ पूरा किया गया।
मंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि अब विभाग में उच्च शिक्षित युवा महिलाएं आ रही हैं, जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों की दक्षता और कार्यक्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की मंशा है कि “हर साल आंगनबाड़ी से सुपरवाइजर की दिशा में महिलाएं आगे बढ़ें। यह सेवा एक पुण्य कार्य है, जो आत्मिक संतोष भी देती है।”
कैबिनेट मंत्री ने जानकारी दी कि हाल ही में प्रदेश भर में 7052 पदों पर भर्ती की गई है, जिसमें से करीब 700 नियुक्तियां टिहरी जनपद में हुईं।
“टिहरी बलिदानियों की भूमि है, सेवा की भावना से करें कार्य” – विधायक किशोर उपाध्याय
इस मौके पर टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा, “रेखा आर्या के विभाग ने सर्वाधिक नियुक्तियां कर एक मिसाल पेश की है। टिहरी बलिदानियों की भूमि है, यहां की नव नियुक्त कार्यकत्रियां उसी जज्बे से सेवा करें, ऐसी अपेक्षा है।”
चयन प्रकिया में पारदर्शिता बनी रहे – जिलाधिकारी निकिता खंडेलवाल
जिलाधिकारी निकिता खण्डेलवाल ने सभी नियुक्त महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया को भविष्य में और भी सरल, आपत्तिरहित एवं पारदर्शी बनाया जाएगा, ताकि जनमानस का भरोसा इस प्रक्रिया पर बना रहे।
“देश की नींव हैं महिलाएं और बच्चे” – सीडीओ वरुणा अग्रवाल
मुख्य विकास अधिकारी वरुणा अग्रवाल ने कहा कि देश की असली बुनियाद महिलाओं और बच्चों में निहित है, और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां इस नींव को संवारने और सशक्त बनाने का कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि टिहरी की धरती पर महिलाएं निष्ठा से कार्य करें, यही अपेक्षा है।
इससे पहले, जिला बाल विकास अधिकारी संजय गौरव ने वर्ष 2015 के बाद हुई इस भर्ती प्रक्रिया पर आभार जताया। उन्होंने बताया कि पहली बार ऑनलाइन आवेदन प्रणाली के कारण दूरस्थ क्षेत्रों की महिलाएं भी आवेदन कर सकीं। शैक्षिक योग्यता को भी अपडेट करते हुए सहायिकाओं के लिए 10वीं और कार्यकत्रियों के लिए 12वीं अथवा स्नातक को पात्रता बनाया गया, जिससे अधिक शिक्षित महिलाओं को सेवा का अवसर मिला।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष उदय रावत, विनोद रतूड़ी, विभिन्न ब्लॉकों के बाल विकास परियोजना अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर की रश्मि बिष्ट, मिशन शक्ति से जुड़े सौरभ, विकास, संतोष, तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का समस्त स्टाफ व सभी नव नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिकाएं मौजूद रहीं।