लगडासू गांव में भक्ति और संस्कृति का संगम, भजन-कीर्तन की गूंज के बीच यात्री चारधाम यात्रा को रवाना

रिपोर्ट –मुकेश रावत
थत्यूड़ (टिहरी गढ़वाल)। जौनपुर विकासखंड के थत्यूड़ क्षेत्र स्थित ग्राम सभा लगडासू में गुरुवार को आस्था, परंपरा और संस्कृति के रंग में रंगा नजर आया। गांव में दस परिवारों के संयुक्त आयोजन में पारंपरिक ब्रह्म भोज का आयोजन किया गया, जिसने पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत कर दिया।
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीण, दूर-दराज से आई रैणी ध्याणियाँ, तथा कुल पुरोहितों की अगुवाई में इस धार्मिक उत्सव ने गांव में भक्ति का अनुपम वातावरण रच दिया।
🌿 प्राचीन जल स्रोत से शुरू हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत गांव के प्राचीन प्राकृतिक जल स्रोत में श्रद्धालुओं के सामूहिक स्नान से हुई। इसके पश्चात कुल पुरोहितों द्वारा वैदिक विधि से पूजा-अर्चना कराई गई। स्नान और पूजा के उपरांत यात्रि अपने कुल देवी-देवताओं के मंदिरों में दर्शन हेतु पहुंचे और आशीर्वाद लिया।
📸 भक्ति की छाया में बसी स्मृतियाँ
पूरे गांव में भक्ति रस और उल्लास की भावना दिखाई दी। यात्रियों और ग्रामीणों ने मिलकर समूहिक छायाचित्र (group photographs) खींचे, ताकि यह आयोजन हमेशा के लिए स्मृतियों में दर्ज हो जाए। गांव की रौनक तब और बढ़ गई जब रैणी-ध्याणियाँ भजनों की रसधार में समा गईं। शाम ढलते ही गांव भजन-कीर्तन के मधुर स्वर में डूब गया। युवा, बुजुर्ग, महिलाएं—सभी भक्तिरस में झूमते दिखे।
🥁 ढोल-दमाऊ की मंगल ध्वनि के साथ चारधाम यात्रा के लिए विदाई
शुक्रवार की सुबह फिर से गांव भक्ति के रंग में रंगा हुआ नजर आया। ढोल-दमाऊ की मंगल ध्वनि, लोक परंपराओं और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ ग्रामीणों ने चारधाम जाने वाले यात्रियों को गांव के मुख्य द्वार तक भावभीनी विदाई दी। श्रद्धालुओं ने यहां से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की पवित्र चारधाम यात्रा की ओर प्रस्थान किया।