नैनबाग। टिहरी जिले के ब्लॉक जौनपुर के नैनबाग तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत ढकरोल साल्टवाड में पौराणिक रितिरिवाजो से चलता आ रहा पांडव नृत्य किया गया ग्रामीण अर्जुन सिंह कैंतुरा ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा अपने देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना करते हुए दोनो गांवो मे जाकर कद्दू का बनाया हुआ एक विशेष प्रकार का खिलौना जिसको स्थानीय भाषा में गेंडा कहा जाता हैं जोकि पांडवों महाराजाओं का विशेष आहार माना जाता हैं तथा उस कद्दू रूपी गेंडे को दोनो गांवो में घूमकर फिर पांडव महाराजओ के साथ उस कद्दू रूपी गेंडे को भी स्नान करने के लिए पानी के टंकी के पास लेकर विधि विधान से उसका स्नान करते हैं तथा उसकी पूजा अर्चना करने के बाद इसको पांडव महाराजओ को काट कर चढा देते हैं।
तत्पश्चात सभी पांडवों महाराजाओं को विधि विधान के साथ उनके स्थान पर विराजमान किया जाता हैं तथा उसके बाद दोनो गांवो से एकत्रित किया गया आटा चावल से बनाए गए पकवान पांडवों महाराजाओं को चढ़ाकर तत्पश्चात पकवानों को लोगो को प्रसाद के रूप में लोगो को दिया जाता हैं।
इस पावन पर्व पर राजकीय महाविद्यालय नैनबाग के छात्र नेता अर्जुन सिंह कैंतुरा तथा ग्राम पचायत ढकरौल के वर्तमान प्रधान सुनील सजवान पुजारी मेहर सिंह पवार सूरत सिंह धूम सिंह कैंतुरा प्रदीप गोविंद सजवान धर्मियान सिंह मोहनलाल सुरेशपाल प्रवीन सिंह जयवीर सिंह धूम सिंह पवार अनिल कैंतुरा आदि लोग उपस्थित रहे।