धनोल्टी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी व पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने बताया कि धनोल्टी विधानसभा सीट पर विधानसभा चुनाव के तहत 50 से अधिक ऐसे सर्विस वोटरों को डाक मतपत्र भेजे गए हैं जो सेवानिवृत्त हो गए हैं अथवा टिहरी बांध विस्थापित होने के कारण अन्यत्र चले गए हैं। उन्होंने ऐसे वोटरों के डाक मतपत्रों की गिनती न करने की मांग की है।
सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी बिष्ट ने धनोल्टी के रिटर्निंग आफिसर व एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान को पत्र सौंपकर बताया कि प्रशासन की ओर से उन्हें सेना व अर्द्ध सैनिक बलों के सर्विस मतदाता की जो सूची उपलब्ध कराई हैं, उनकी संख्या 639 हैं।
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लेकिन इस सूची में करीब 50 सर्विस मतदाता ऐसे हैं जो सेना से सेवानिवृत्त हो गए हैं अथवा टिहरी बांध विस्थापित होने के कारण देहरादून, हरिद्वार चले गए हैं। ऐसे में यह लोग व्यवहारिक रूप से सर्विस मतदाताओं की श्रेणी में नहीं आते हैं। लेकिन प्रशासन ने उन्हें डाक मतपत्र भेजे हैं। उन्होंने रिटर्निंग आफिसर को ऐसे लोगों की सूची उपलब्ध कराते हुए बताया कि यदि उक्त लोगों के डाक मतपत्र वापस मतगणना के आते हैं तो उन्हें मतगणना में शामिल न कराया जाए। कहा कि यह कानून का भी उल्लंघन माना जाएगा। बिष्ट ने कहा कि ऐसे मतदाताओं से चुनाव परिणाम पर भी असर पड़ सकता है। इस बाबत धनोल्टी के आरओ लक्ष्मीराज चौहान का कहना है कि सेना की वोटर लिस्ट का अपडेशन का कार्य उनके रिकॉर्ड आफिस का होता है। वहां से मिली सूची के बाद ही निर्वाचन विभाग सर्विस मतदाताओं की सूची फाइनल करता है। ऐसे में जिसे भी ईटीपीबीएस डाक मतपत्र भेजा है, उसे वोट देने का अधिकार है।