मंदिर समिति ने डीजीपी को ज्ञापन भेजकर समस्या हल करने की मांग की
श्री सुरकंडा देवी मंदिर समिति ने पुलिस विभाग पर मंदिर के मेला स्थल की भूमि पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया है। समिति ने पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन भेजकर अतिक्रमण हटाने की मांग की है। कहा कि सुरकंडा मंदिर धार्मिक आस्था के साथ-साथ अब पर्यटन का प्रमुख केंद्र बना गया है। ऐसे में यदि उक्त भूमि पर अतिक्रमण किया गया तो मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भंडारा आदि कराने में समस्याएं उठानी पड़ेंगी।
सोमवार मंदिर समिति के प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर के माध्यम से डीजीपी को ज्ञापन भेजा। बताया कि सुरकंडा देवी मंदिर में हर साल गंगा दशहरा और नवरात्रों पर मेला लगता है। जिसमें टिहरी समेत देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु प्रतिभाग करते हैं। मंदिर के आगे का प्रांगण कम पड़ने के कारण मंदिर के पिछली ओर ढालदार भूमि पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, भंडारा और अन्य गतिविधियां संचालित होती हैं। जिससे वहां भीड़ नियंत्रित रहती है। लेकिन पुलिस विभाग की ओर से मंदिर की उक्त भूमि पर अतिक्रमण कर घेरबाड़ की जा रही है। वर्ष 2019 में इसी भूमि पर मौसम विभाग ने भी इसी तरह अतिक्रमण का प्रयास किया था, जिसका समिति और स्थानीय लोगों ने विरोध किया। जिसके चलते प्रशासन ने मौसम विभाग को थोड़ी दूरी पर भूमि दी। बताया कि समिति ने हमेशा ही पुलिस विभाग का सहयोग किया है। मंदिर के दूसरी ओर पुलिस विभाग को भवन और संचार उपकरण लगाने के लिए सहयोग किया। लेकिन अब पुलिस मंदिर की मेला स्थल वाली सारी भूमि को अतिक्रमण करना चाहती है। जो अन्यायपूर्ण और आस्था के विपरीत है। उन्होंने डीजीपी से सहयोग की अपील की है। ज्ञापन पर समिति के अध्यक्ष जितेंद्र नेगी, प्रबंधक उत्तम जड़धारी, पर्यावरणविद् विजय जड़धारी, प्रधान प्रीति जड़धारी, विनोद सिंह, क्षेपं सदस्य आशीष नेगी, सुंदर सिंह, जीत सिंह नेगी, रामकृष्ण डबराल, गिरवीर रमोला के हस्ताक्षर थे। इस बाबत एसएसपी भुल्लर ने बताया कि जमीन आवंटन संबंधी प्रकरण पुलिस निदेशालय स्तर से होता है। इस संबंध में समिति की शिकायत से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है।