मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का शुभारंभ
लोक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और क्षेत्रीय विकास का प्रतीक है यह ऐतिहासिक मेला – मुख्यमंत्री

नरेंद्रनगर (टिहरी गढ़वाल): मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को प्रसिद्ध सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले के 49वें संस्करण का ध्वजारोहण कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन किया तथा अमर शहीदों की मूर्तियों एवं स्वतंत्रता संग्राम स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, मेयर नगर निगम ऋषिकेश शंभू पासवान, ब्लॉक प्रमुख नरेंद्रनगर दीक्षा राणा, नगर पंचायत अध्यक्ष विनीता बिष्ट, जिलाधिकारी टिहरी नितिका खंडेलवाल, एसएसपी आयुष अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशवासियों को मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मां कुंजापुरी का आशीर्वाद समूचे प्रदेश पर बना रहे। उन्होंने कहा कि 1974 से निरंतर आयोजित हो रहा यह मेला लोक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली परंपरा का जीवंत प्रतीक है। यह न केवल व्यापार और पर्यटन को गति देता है, बल्कि सामाजिक समरसता, आध्यात्मिकता और क्षेत्रीय विकास का भी माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की पहचान उसकी सनातन संस्कृति और जीवन मूल्यों में निहित है। हमारी संस्कृति केवल परंपरा नहीं बल्कि एक सकारात्मक विचारधारा है, जो समाज को दिशा और प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं पर गर्व होना चाहिए, क्योंकि यही हमारी सभ्यता की सबसे बड़ी शक्ति है।
धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित एवं संवर्धित करने का कार्य तेज़ी से हो रहा है। राज्य सरकार भी धार्मिक स्थलों के संरक्षण और पर्यटन के विकास को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि पलायन की समस्या के समाधान के लिए स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त किया जा रहा है। हाउस ऑफ हिमालय ब्रांड के माध्यम से प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता (UCC) कानून लागू किया है। इसके साथ ही सशक्त नकल विरोधी कानून लाकर 26 हजार से अधिक युवाओं को पारदर्शी नियुक्तियां दी गई हैं। धर्मांतरण निवारण और अवैध अतिक्रमण हटाने जैसे निर्णयों ने राज्य को नई पहचान दी है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि मां कुंजापुरी मेला उत्तराखंड की सांस्कृतिक विविधता को सहेजने वाला पर्व है। यह मेला विकास, खेल, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और एकता का प्रतीक बन चुका है।
इस दौरान विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणाएं भी की गईं, जिनमें ढालवाला में बाढ़-सुरक्षा कार्य, मुनिकीरेती में सतह पार्किंग निर्माण, नरेन्द्रनगर में नहर पुनर्निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण, उप-जिला अस्पताल श्रीदेव सुमन में एनेस्थिशिया वर्क मशीन की स्वीकृति, एएनएम ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना, मंदिर सौंदर्यीकरण और चेक डैम निर्माण जैसे कार्य शामिल हैं।
कार्यक्रम में आईटीबीपी बैंड की मधुर धुनों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। सांस्कृतिक दलों ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा एवं आपदा बचाव जैसे विषयों पर आकर्षक झांकियां निकालीं।
कार्यक्रम में मेला संचालक राजेन्द्र विक्रम सिंह पंवार, मंडल अध्यक्ष साकेत बिजल्वाण, डीएफओ पुनीत तोमर, एडीएम ए.के. सिंह, एसडीएम आशीष घिल्डियाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, छात्र-छात्राएं और भारी जनसमूह उपस्थित रहा।



