जौनपुर की तीन प्रतिभाओं को मिलेगा राज्य स्तर पर सम्मान, जागर संरक्षण दिवस में बढ़ेगा क्षेत्र का मान
17 सितम्बर को देहरादून में आयोजित होगा राज्यस्तरीय कार्यक्रम, शांति प्रसाद चमोली और डॉ. रेशमा शाह को मिलेगा राज्य वाद्य यंत्र सम्मान 2025, सुनील सजवाण करेंगे मंच संचालन

थत्यूड़। हर साल की तरह इस बार भी 17 सितम्बर को जागर संरक्षण दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। संस्कृति विभाग प्रेक्षागृह, हरिद्वार बाईपास रोड (निकट दूरदर्शन केंद्र, रिस्पना पुल) में आयोजित इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम की शुरुआत शाम 5 बजे से होगी। आयोजन डांडी कांठी क्लब के तत्वावधान में किया जा रहा है।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े पारंगत कलावंतों को राज्य वाद्य यंत्र सम्मान 2025 प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही प्रशासनिक सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अधिकारियों को डांडी कांठी रत्न 2025 से भी सम्मानित किया जाएगा। लोक जागर और लोक वाद्य यंत्रों की विशेष प्रस्तुतियां इस आयोजन की मुख्य आकर्षण रहेंगी।
इस वर्ष जौनपुर क्षेत्र की दो प्रतिभाओं को राज्य वाद्य यंत्र सम्मान से नवाजा जाएगा।
- ग्राम पापरा पट्टी पालीगाड़, जौनपुर निवासी शांति प्रसाद चमोली को ग्रामीण स्तर पर पौराणिक रामलीला मंचन के संरक्षण और संवर्धन के लिए सम्मानित किया जाएगा।
- ग्राम तेवा पालीगाड़, जौनपुर निवासी लोकगायिका डॉ. रेशमा शाह को लोकगायन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु यह सम्मान प्रदान होगा।
कार्यक्रम का मंच संचालन भी थत्यूड़, ग्राम खेड़ा निवासी प्रसिद्ध संचालक सुनील सजवाण करेंगे।
इस तरह 17 सितम्बर को आयोजित होने वाले जागर संरक्षण दिवस में जौनपुर क्षेत्र की तीनों प्रतिभाएं— शांति प्रसाद चमोली, डॉ. रेशमा शाह और सुनील सजवाण — राज्य स्तर पर अपनी पहचान दर्ज कर जौनपुर का मान बढ़ाने जा रही हैं।