थत्यूड़ के कुंवा गांव में नाग पंचमी पर उमड़ी श्रद्धा की लहर— छह गांवों की सामूहिक आस्था का केंद्र बना नाग देवता मंदिर
हवन, यज्ञ और अभिषेक के साथ मनाया गया नाग पंचमी पर्व — पालकी परंपरा से जुड़ी छह गांवों की आस्था

रिपोर्ट—मुकेश रावत
थत्यूड़, (टिहरी गढ़वाल) | विकासखंड जौनपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुंवा में नाग पंचमी का पर्व इस वर्ष भी पूरी श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही श्रद्धालु कुंवा गांव के प्राचीन नाग देवता मंदिर में एकत्र होकर हवन, यज्ञ और अभिषेक जैसे धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते नजर आए।
इस अवसर पर मंदिर में नाग देवता की प्रतिमा का दूध, दही, गंगाजल व पुष्पों से विधिवत अभिषेक किया गया। पूरे गांव में भक्तिमय वातावरण और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की गूंज ने एक आध्यात्मिक छटा बिखेरी।
पुजारी रमेश नौटियाल ने जानकारी दी कि कुंवा नाग देवता मंदिर केवल ग्राम कुंवा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह छह गांवों की सामूहिक आस्था का प्रतीक है। यहाँ से नाग देवता की पालकी वर्ष में दो बार भाद्रपद मास की दुबड़ी तिथि को दुर्गा अष्टमी के दिन और वैशाख मास की संक्रांति पर
इन छह गांवों का बारी-बारी से भ्रमण करती है, जिससे आपसी सामाजिक और धार्मिक एकता को बल मिलता है।
पुजारी ने बताया कि आज नाग पंचमी पर इन सभी गांवों के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना में भाग लिया, जो आपसी सहयोग और संस्कृति की जीवंत मिसाल है।
इस पावन अवसर पर पूर्व ग्राम प्रधान शशि देवी, चेतन प्रसाद नौटियाल, रघुवीर नौटियाल, नागेंद्र नौटियाल, हरिभजन पंवार, चंद्रवीर पुंडीर, विक्रम रावत, सुनील चमोली सहित कई गणमान्य नागरिकों और ग्रामीणों की सहभागिता रही।