शहीद विजय सिंह गुसांई को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दी श्रद्धांजलि, गांव में बनेगा “शहीद मार्ग

पोखरी (टिहरी गढ़वाल)।
देश सेवा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद विजय सिंह गुसांई को आज कंडारी गांव में कैबिनेट मंत्री व नरेंद्रनगर विधायक सुबोध उनियाल ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
भोपाल (मध्यप्रदेश) में प्रशिक्षण के दौरान देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए विजय सिंह गुसांई के घर पहुँचकर मंत्री ने परिजनों से भेंट की और गहरी संवेदना प्रकट की।
🛣️ गांव में बनेगा “शहीद विजय सिंह गुसांई मार्ग”, मूर्ति निर्माण में सहयोग देंगे मंत्री
मंत्री ने मौके पर घोषणा की कि शहीद की स्मृति में गांव में बनने वाली एक सड़क को “शहीद विजय सिंह गुसांई मार्ग” के नाम से स्वीकृत किया गया है। इस कार्य के लिए विधायक निधि से ₹10 लाख की राशि दी जा रही है।
इसके साथ ही उन्होंने शहीद की मूर्ति स्थापना में सहयोग देने का भी वादा किया और कहा कि राज्य सरकार हर परिस्थिति में परिवार के साथ खड़ी रहेगी।
👪 “मुझे अपने पति पर गर्व है”—शहीद की पत्नी की आंखें नम, संकल्प अडिग
शहीद की पत्नी पूजा गुसांई ने भावुक स्वर में कहा कि उन्हें अपने पति पर गर्व है जिन्होंने देश के लिए प्राण न्यौछावर किए। उन्होंने बताया कि उनके दो बेटे हैं—अर्नव (7 वर्ष) और एक अन्य पुत्र (4 वर्ष)—और वह चाहती हैं कि दोनों बेटे भी देश सेवा की राह पर चलें।
🌹 पोखरी बाजार में श्रद्धांजलि सभा, जनसैलाब ने पुष्प अर्पित कर दी अंतिम विदाई
पोखरी बाजार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मंत्री सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने शहीद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई।
🙏 “शहीद का बलिदान गांव व राज्य के लिए गर्व का प्रतीक रहेगा”—मंत्री
मंत्री उनियाल ने कहा कि विजय सिंह गुसांई का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
> “उनका नाम सदैव सम्मान से लिया जाएगा। यह गांव, समाज और प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
👥 श्रद्धांजलि सभा में ये रहे प्रमुख लोग उपस्थित:
सभा में फकोट ब्लॉक के पूर्व प्रमुख राजेन्द्र सिंह भंडारी, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष बीर सिंह रावत, नगर पंचायत गजा के अध्यक्ष कुंवर सिंह चौहान, भाजपा नेता गजेंद्र सिंह खाती, मंडल अध्यक्ष राजेश रावत, शिक्षक जगत सिंह असवाल, तहसीलदार विनोद तिवारी समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।