- शिक्षा विभाग में शिकायतों के निवारण के लिए बना कंट्रोल रूम
- विभाग ने टोलफ्री नंबर जारी कर तैनात किए नोडल अधिकारी
- विभागीय मंत्री की दो टूक: समस्याओं का समय पर हो समाधान
देहरादून – सूबे के विद्यालयी शिक्षा विभाग ने बरसाती सीजन को ध्यान में रखते हुए समस्याओं के निवारण के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की है। इसके साथ ही विभाग ने टोलफ्री नंबर भी जारी किया है, जिस पर छात्र-छात्राएं, अभिभावक, और शिक्षक अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे। जन समस्याओं के निराकरण के लिए विभाग ने नोडल अधिकारियों की तैनाती भी सुनिश्चित की है ताकि शिकायतों और समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए कंट्रोल रूम की स्थापना की है ताकि बरसात के दौरान सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं से तत्काल निपटा जा सके। इसके अलावा, विभाग ने शिकायतों और समस्याओं के निराकरण के लिए टोलफ्री नंबर 18001804132 भी जारी किया है, जिस पर छात्र-छात्राएं, अभिभावक, और शिक्षक अपनी समस्याएं दर्ज करा सकेंगे। टोलफ्री नंबर पर दर्ज शिकायतों और समस्याओं के तत्काल निवारण के लिए विभाग ने नोडल अधिकारी, सह नोडल अधिकारी, और 10 कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की है।
तैनात नोडल अधिकारियों में अजीत भण्डारी, प्रद्युमन रावत, पल्लवी नैन, अंजुम फातिमा, एम.एम. जोशी शामिल हैं, जबकि हरीश नेगी, नूतन, विजयलक्ष्मी, पूनम, और मुकेश कुमेड़ी सह नोडल अधिकारी होंगे। ये सभी कार्मिक 8 जुलाई से 10 अगस्त 2024 तक कंट्रोल रूम में बैठकर टोलफ्री नंबर पर दर्ज समस्याओं और शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान लेकर विभागीय स्तर पर निवारण करेंगे।
इस संबंध में विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को दो टूक निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को टोलफ्री नंबर पर आने वाली प्रत्येक कॉल को रिसीव करने और प्रत्येक समस्या का समय पर समाधान करने को कहा। इसके साथ ही कंट्रोल रूम के सफल संचालन की प्रत्येक दो सप्ताह में समीक्षा करने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए हैं।
बयान: – डॉ. धन सिंह रावत, विद्यालयी शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार।
मानसूनी सीजन में राजकीय विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों में व्यवधान उत्पन्न न हो इसके लिए शिक्षा विभाग में पहली बार कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। विभाग ने टोलफ्री नंबर 18001804132 भी जारी किया है, जिस पर विद्यालयों से संबंधित शिकायत और समस्याएं दर्ज की जा सकेंगी। किसी भी समस्या का समय से समाधान करने के लिए कार्मिकों की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है।”