थत्यूड़ – धनौल्टी विधान सभा से पूर्व विधायक व सरल स्वभाव के धनि कौल दास नहीं रहे. आपको बता दे आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. वे 78 साल के थे. स्व. कौल दास उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद सन 2002 मे हुए पहले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर यहाँ से विधायक चुने गए थे. उन्होंने पहली बार अस्तित्व में आई धनौल्टी विधान सभा से भाजपा के खजान दास व पूर्व विधायक ज्ञान चन्द को हराकर जीत दर्ज की थी.आज सुबह लगभग 6 बजे के करीब वे प्रतिदिन की तरह सुबह की सैर पर ब्लाक गेट की तरफ गए थे जंहा उन्हें दिल का दौरा पड़ गया. अचेत अवस्था में 108 के माध्यम से हायर सेन्टर ले जाते वक्त रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया|
उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही क्षेत्र मे शोक की लहर छा गई है .पूर्व विधायक कौलदास काफी सरल व सौम्य प्रव्रत्ति के थे.विधायक बनने से पूर्व कौलदास जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाअध्यापक थे.2002 से 2007 तक विधायक रहते हुए उन्होंने कांग्रेस सरकार मे थत्यूड़ आई टी आई, 36 के वी विद्युत सब स्टेशन, कई सडकों का डामरी करण, नई सडकों का निर्माण, कई नए स्कूल खुलवाए थे.उनके परिवार मे पत्नी तीन बेटी व दो बेटे हैं जिनमें बड़ी पुत्री का विवाह हो चुका है.उनके बड़े बेटे संजय कुमार नगर अधिशाशी अधिकारी के पद पर हरिद्वार में कार्यरत हैं |