चमोली I उत्तराखंड में चमोली जिले के घाट-भेंटी मोटर मार्ग पर बच्चों को स्कूल से घर छोड़ने जा रही मैक्स सैंती गांव के समीप दुर्घटनाग्रस्त होकर करीब दस मीटर नीचे खाई में जा गिरी। वाहन में छह स्कूली बच्चे, शिक्षक व चालक समेत आठ लोग सवार थे।
दुर्घटना में शिक्षक व स्कूली बच्चे घायल हो गए। दुर्घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीणों द्वारा सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाट में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चार स्कूली छात्रों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। जबकि अन्य घायलों का स्वास्थ्य केंद्र में उपचार किया जा रहा है।
घाट-भेंटी मोटर मार्ग पर एक बोलेरो वाहन दोपहर में विद्यालय से अवकाश के बाद स्कूली बच्चों को लेकर घाट से भेंटी गांव की ओर जा रहा था। इस दौरान सेंती गांव के समीप वाहन अचानक अनियंत्रित होकर करीब दस मीटर नीचे गिरकर एक पेड़ पर अटक गया।
चार छात्र हायर सेंटर रेफर
वाहन में सवार इंदू मैंदोली (8 वर्ष) पुत्री भूपेश मैंदोली, दीपक (5 वर्ष) पुत्र भूपेश मैंदोली, भूपेश मैंदोली पुत्र कपिलदेव (45), सलोनी (12) पुत्री मनोज बिष्ट, कनिष्का (6 वर्ष) पुत्री अशोक सिंह, सुमित (10) पुत्र मनोज बिष्ट सभी ग्राम-लांखी (घाट), आदर्श (4 वर्ष) पुत्र देवेंद्र प्रसाद, ग्राम-सेंती और दिनेश लाल पुत्र मोहन लाल (चालक), ग्राम-बांजबगड़ (घाट) घायल हो गये।
सीएचसी घाट में प्राथमिक उपचार के बाद इंदू, भूपेश, दीपक, कनिष्का, आदर्श और दिनेश को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन और स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को सीएचसी घाट में भर्ती करवाया। जबकि सुमित और सलोनी पर कम चोटें होने के कारण उनका उपचार सीएचसी घाट में चल रहा है।
दुर्घटना में रेस्क्यू करने नहीं पहुंची पुलिस
हादसे की सूचना मिलने के बाद भी मौके पर पुलिस टीम नहीं पहुंची। जिससे लोगों में गुस्सा है। लोगों का कहना है कि घाट पुलिस चौकी से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर दोपहर में करीब एक बजकर पांच मिनट पर वाहन दुर्घटना हुई। लोगों ने इसकी सूचना घाट चौकी को दी।
लेकिन आधे घंटे बाद भी पुलिस टीम मौके पर नहीं पहुंची। जबकि घाट बाजार के व्यवसायियों को जैसे ही हादसे की सूचना मिली तो वे मौके पर मदद के लिए दौड़ पड़े। स्थानीय लोगों ने खाई से स्कूली बच्चों को निकालकर अस्पताल तक पहुंचाया।
इधर, चौकी प्रभारी ध्वजवीर पंवार का कहना है कि दुर्घटनास्थल चौकी से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उन्हें दुर्घटना की सूचना पच्चीस मिनट बाद दी गई। वे स्वयं भी मौके पर पहुंचे थे। घायलों को अलग-अलग वाहनों में अस्पताल तक पहुंचाया गया।