परियोजना ने जौनपुर में 25 हेक्टेयर भूमि पर फलदार पौधो की नर्सरी तैयार की है तथा 50 लघु संग्रहण केंद्र व 345 एलडीपी टैंकों का निर्माण कराया गया इसके साथ ही परियोजना द्वारा घेरबाड़ व व्यापार को बढ़ावा देने की दी गई जानकारी
थत्यूड़। जौनपुर मुख्यालय थत्यूड़ में बृहस्पतिवार को आजीविका परियोजना के द्वारा जल संचय जीवन संचय पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि जीएमबीएन अध्यक्ष महावीर रांगड़ ने कहा कि जल संचय को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार अनेक प्रकार के कार्य योजनाएं चलाई जा रही है उन्होंने कहा कि पूरे राज्य के अंदर करोड़ों पेड़ हरेला के अंतर्गत लगाए गए हैं जो जल संचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और सरकार की योजना है कि प्रत्येक व्यक्ति अधिक से अधिक पौधारोपण करें उन्होंने लोगों से अपील की है कि पहाड़ के पारंपरिक उत्पादकों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दिया जाए उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ में जिस प्रकार प्रसाद के रूप में पहाड़ी उत्पादकों का उपयोग हो रहा है उससे हमारे मातृशक्ति व युवाओं का पहाड़ से पलायन भी रुकेगा ब्लाक प्रमुख कुवंर सिंह पवार ने कहा कि आने वाला कल पानी जल संकट का कारण होने वाला है इसलिए हमें आज ही जल संरक्षण के लिए विशेष कार्य करना चाहिए इस अवसर पर परियोजना के डीपीएम हीरा बल्लभ पंत ने कहा कि परियोजना ने जौनपुर में 25 हेक्टेयर भूमि पर फलदार पौधो की नर्सरी तैयार की है तथा 50 लघु संग्रहण केंद्र व 345 एलडीपी टैंकों का निर्माण कराया गया है इसके साथ ही परियोजना द्वारा घेरबाड़ व व्यापार को बढ़ावा देने की जानकारी दी इस अवसर पर केभीसी की कीर्ति कुमारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम में जेस्ट उप प्रमुख भोला परमार मनोज चौहान क्षेत्र पंचायत सदस्य चंद्रवीर पुंडीर गोविंद सिंह नेगी मालचंद पुष्कर सिंह बिष्ट व कार्यक्रम का संचालन तकनीकी समन्वयक नीरज बलोनी के द्वारा किया गया।