अंतरराष्ट्रीय
भारत की छवि खराब करने के पाक पीएम को उल्टा पड़ा विडियो शेयर करना, चारों तरफ निंदा होने के बाद हटाना पड़ा
नई दिल्ली: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने एक ऐसा वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है जिसकी भारत में पुरजोर तरीके से निंदा हो रही है. इस वीडिया के जरिए पाक पीएम की मंशा भारत की छवि को खराब करना था, लेकिन जब इस वीडियो की सच्चाई सामने आई तो अब लग रहा है कि पीएम इमरान खान यह दांव खुद उन पर ही भारी पड़ गया है.
पाक पीएम की इस हरकत की सोशल मीडिया पर निंदा हो रही है. इमरान खान ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शुक्रवार को रात करीब 7 बजकर 44 मिनट पर एक वीडियो शेयर किया. जिस पर उन्होंने लिखा ‘इंडियन पुलिस पोगरोम अगेंस्ट मुस्लिम इन यूपी’ यानि ‘भारतीय पुलिस उत्तर प्रदेश के मुस्लिमों का दमन करती हुई’. 2 मिनट 20 सेकेंड के इस वीडियों में कुछ सुरक्षा कर्मी कुछ लोगों को पीट रहे हैं. जिस जगह का यह वीडियो है वहां भीड़भाड़ है. इधर उधर सामान बिखरा पड़ा है. लोग सुरक्षा कर्मियों से बचकर भागते दिख रहे हैं. ये वीडियो रात के समय का प्रतीत हो रहा है. इसमें एक जगह पर कुछ सुरक्षकर्मी एक व्यक्ति को बुरी तरह से पीट रहे हैं. वीडियो में गंभीर रूप से घायल कुछ लोग इधर उधर पड़े हैं एक घायल सीढ़ियों पर बेहोशी की हालत में दिखाई दे रहा है. वीडियो में गोलियां चलने की आवाजें भी सुनाई दे रही हैं.
वीडियो में लोगों की चिल्लाने और शोर मचाने की भी आवाजें हैं लेकिन ये आवाज हिंदी में नहीं है. न ही उत्तर प्रदेश के किसी जनपद में बोले जाने वाली स्थानीय भाषा है. जब इस वीडियो की पड़ताल की गई तो पता चला कि जो वीडियो पीएम इमरान खान ने शेयर किया है उसका भारत से कोई लेना देना ही नहीं है. यानि ये वीडियो भारत का है ही नहीं. ये वीडियो दरअसल बंगलादेश का है. इस वीडियो में कई मौकों पर सुरक्षाकर्मियों की वर्दी और उपकरणों पर ‘आरएबी’ लिखा दिखाई दे रहा है जो बंगलादेश की आंतकी गतिविधियों को रोकने वाला एक दस्ता है.
अब सवाल ये उठता है कि क्या प्रधानमंत्री इमरान खान अपने पद की मर्यादा पूरी तरह से भूल चुके हैं. लोगों का कहना है कि जब एक देश का प्रधानमंत्री ही इस तरह के वीडियो अपने ऑफिशियल अकाउंट से शेयर कर भ्रम फैलाएगा तो उस देश की अन्य एजेंसियों पर कैसे भरोसा किया जा सकता है, कि वे भारत को नुकसान पहुंचाने के बारे में नहीं सोचती हैं. इमरान खान की इस हकरत से लोगों में बेहद नाराजगी है. पीएम ने जो वीडियो शेयर किया है वो सात साल पुराना है.
सोशल मीडिया पर हो रही निंदा और उनके इस कदम की आलोचना होने के बाद इमरान खान ने ये वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से हटा लिया है.