कोरोना से संक्रमित केस आने पर उनका पूरे प्रोटोकाॅल के साथ ईलाज करतें हुए चिकित्सा कर्मी स्वंय की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें ताकि स्वंय के साथ दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।
टिहरी । कोरोना (कोविड-19) के सम्भावित संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए तहसील एवं विकासखण्ड स्तर पर तैयारियों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी डाॅ.वी.षणमुगम ने जिला कार्यालय वी0सी0 कक्ष से सम्बन्धित अधिकारियों से वीडियों काॅन्फ्रन्सिग के माध्यम तैयारियों का जायजा लिया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने वी0सी0 में कहा कि प्रायः यह सूचनायें प्राप्त हो रही है कि जनपद क्षेत्रांतर्गत कुछ ग्राम पंचायतों के ग्राम स्तरीय जनप्रतिनिधियों द्वारा देश/विदेश से लोट रहे ग्रामवासियों को गांव में प्रवेश से पूर्व स्वास्थ्य प्रमाण पत्र दिखाना तथा कुछ दिन तक पंचायत घर में रखा जाना जैसी सूचनाएं मिल है जिससे रुमर व भय का वातावरण बढ़ता जा रहा है। इस भय के वातावरण को रोकने के लिए कहा कि हर व्यक्ति को अपने गांव व घर में रहने का अधिकार है तथा बाहर से आने वाले ग्रामवासियों से उनके इस अधिकार को छिनना कानूनन जूर्म है। उन्होने सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि इस प्रकार के प्रयास या गठनायें संज्ञान में आये तो तत्काल नियमानुसार कार्यवाही अमल में लायी जाय ताकि लोगो में भय के वातावरण को दूर किया जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जनपद के ऐसे व्यक्ति जो किसी न किसी कार्य/नौकरी हेतु देश व विदेश में रहें है इस समय अपने घर वापसी कर रहे है उनकी जनपद में स्थापित 08 चैक प्वांईट पर नियमित रुप से स्क्रीनिंग की जा रही है। स्क्रीनिंग के उपरान्त आगन्तुकों को होम कोरेन्टाईन की भी सलाह दी जा रही है। उन्होने कहा कि जनपद का सम्पूर्ण क्षेत्र कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं से आच्छादित किया गया है। जनपद में कहीं पर भी किसी भी स्थान या ग्राम सभा स्तर पर किसी भी व्यक्ति में कोराना के लक्षण दिखने पर उस क्षेत्र की स्वास्थ्य टीम से सम्पर्क कर सकते है लेकिन रुमर और भय फैलाने जैसी अनावश्यक सूचनाओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने यह भी कहा कि महामारी के इस दौर में जनपद के सभी वासी सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी एडवाईजरी का अक्षरशः पालन करें ताकि कोरोना से लड़ने के लिए की जा रही तैयारियों/व्यवस्थाओं को सुगमतापूर्वक स्टोर किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला चिकित्सालय बौराडी को पूर्ण रुप से कोरोना कोविड-19 के सम्भावित संक्रमित लोगो की चिकित्सा के लिए तैयार किया जा रहा है। वही चिकित्सालय में पहले से भर्ती रोगियों को स्वास्थ्य केन्द्र चम्बा में शिप्ट किया गया है। ओपीडी, एवं प्रसव सम्बन्धी सभी चिकित्सा नियमित रुप से स्वास्थ्य केन्द्र चम्बा में सुचारु रहेगी। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील/विकासखण्ड स्तर पर कोरोना से लड़ने के लिए जो भी संसाधन उपलब्ध है उनको एक स्थान पर पूल करें ताकि समय पर उनका उपयोग किया जा सके। कहा कि जनपद में कोरोना रोगियों की चिकित्सा हेतु चयनित स्वास्थ्य केन्द्रों का नोडल अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर कमियों को आईडेन्टिफाई कर लिया गया है। कमियों को पूरा करने सम्बन्धि आश्यक सामग्री/उपकरणों को क्रय किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। जिलाधिकारी ने कहा हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा आपदा मद से 1500 लीटर सोडियम हाईपोक्लोराईड क्रय किया गया है जो कि ग्रामसभाओं की संख्या के अनुपात में विकासखण्डवार वितरित किया जा रहा है। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को 2-3 दिन के अन्दर ग्रामसभा स्तर पर कीटनाशन दवा को छिड़काव कार्य को पूरा करने के निर्देश दिये हैं। कहा कि कीटनाशक के छिड़काव की फोटो/वीडियोंग्राफी करने के साथ ही इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही की जवाबदेही सम्बन्धित क्षेत्र/ग्राम के ग्राम पंचायत राज अधिकारी, राजस्व उपनिरिक्षक एवं आशा कार्यकत्री की होगी। उन्होने कहा कि जनपद के सभी विधायकों द्वारा 15-15 लाख रु0 की धनराशि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्थ करने के लिए उपलब्ध करायी गयी है। जिसका उपयोग सीएचसी/पीएचसी/डीएच आदि आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सम्बन्धी उपकरणों की खरीद ईत्यादि के लिया किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि कोरोना से संक्रमित केस आने पर उनका पूरे प्रोटोकाॅल के साथ ईलाज करतें हुए चिकित्सा कर्मी स्वंय की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें ताकि स्वंय के साथ दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के केस आने पर रोगी के आवागमन हेतु अधिग्रहित वाहनों में से 05 वाहनों को सीएमओ की कस्टडी में क्वीक रिस्पांस हेतु रखा गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में वर्तमान में कोरोना फाईटर के तौर पर 2400 स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता है। परिस्थियों के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बढानें के लिए 03 माह की अवधि के लिए पैरामेडिक स्टाॅफ के तौर पर तैनाती हेतु जनपद उपलब्ध पैरामेडिक स्टाॅफ के आंकडे जुटायें जा रहे। जिलाधिकारी ने वीसी में सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के ईलाज के दौरान भोजन ईत्यादि की व्यवस्था के लिए नजदीकि 1-2 होटलों को उचित दरों पर डेजिगनेट कर लें ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि संक्रमित व्यक्ति के लिए आने वाले भोजन में से बचे हुए अंश एवं डिस्पोस थली ईत्यादि को मौके पर ही सुरक्षित ढंग से डिस्पोज करें ताकि संक्रमण को लोगों से दूर रखा जा सका। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि इन दिनों में दूसरे जनपदों के निवासी किसी कारणवंश जनपद के भीतर बाॅर्डर पर यदि सुरक्षा कारणों से फस/रुक गये है तो उनके भोजन ईत्यादि की व्यवस्था जी जाय।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक डाॅ0 योगेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सम्पूर्ण जनपद क्षेत्रांतर्गत किसी भी रुप में कोरोना फाईटर के तौर पर तैनात कर्मी का ड्यूटी पास बनाया जाना अति आवश्यक है ताकि पुलिस कर्मियों लाॅकडाऊन के दौरान कोरोना फाईटर/स्वास्थ्य कर्मी आदि की पहचान के अनुसार अनुमति दिये जाने तथा आमजन को सड़कों पर घूमने से रोके जाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य के निर्वहन में सुगमता हो सके। जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि जनपद में खाद्यान्न की पर्याप्त उपलब्धता है।
वी0सी0 में सीडीओ अभिषेक रुहेला, एडीएम शिवचरण द्विवेदी, एसडीएम फिंचाराम चैहान, डीडीओ आनन्द सिंह भाकुनी, साओ जूही मनराल, इन्सपेक्टर एलआईयू आर0एस0सजवाण, ईओ नगर पालिका टिहरी के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।