रिपोर्ट सुनील सोनकर
मसूरी। उत्तराखंड के मसूरी में 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के आठ दिन से लापता होने के मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। परिवार के लिए यह मुश्किल समय है, और उनकी बेटी के न मिलने पर उनका रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस द्वारा की जा रही खोजबीन में अभी तक कोई ठोस परिणाम नहीं मिला है, जिससे परिजनों की चिंता और बढ़ गई है।
लड़की के माता-पिता ने बताया कि 29 अक्टूबर को उनकी बेटी मसूरी के एक कंप्यूटर इंस्टीट्यूट से पढ़ाई के बाद घर लौट रही थी। इसी दौरान, मसूरी पेट्रोल पंप के पास अचानक वह लापता हो गई। माता-पिता का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी की खोज के लिए हरसंभव प्रयास किया, परंतु जब कोई सफलता नहीं मिली तो 2 नवंबर को मसूरी कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
लड़की मसूरी गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्रा है, और माता-पिता का अंदेशा है कि कोई व्यक्ति उसे बहला-फुसला कर ले गया हो सकता है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी बेटी के साथ कोई अनहोनी न हो जाए। माता-पिता ने पुलिस और राज्य सरकार से बेटी की सकुशल वापसी के लिए मदद की गुहार लगाई है।
मसूरी पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि लड़की को ढूंढने के लिए विशेष जांच टीमों का गठन किया गया है और मसूरी के हर संभव इलाके की निगरानी की जा रही है। पुलिस टीमों ने लड़की के इंस्टीट्यूट और पेट्रोल पंप के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
पुलिस ने बताया कि लड़की मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करती थी, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस करने में भी परेशानी आ रही है। उन्होंने उसके दोस्तों से भी पूछताछ की है, लेकिन वहां से भी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। पुलिस का कहना है कि वे सभी संभावनाओं पर गौर कर रहे हैं और जल्द ही मामले में सफलता की उम्मीद है।
मसूरी के समाजसेवी राकेश ठाकुर और सुधीर डोभाल ने भी पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि नाबालिग युवती की तलाश के लिए विशेष जांच दल का गठन किया जाए और इस मुद्दे को प्राथमिकता के साथ सुलझाया जाए।
माता-पिता ने कहा – बेटी की सुरक्षा पर चिंता, जल्द से जल्द मिले न्याय
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि लड़की को जल्द ही ढूंढ निकाला जाएगा, और इस कार्य के लिए उन्होंने पूरी ताकत झोंक दी है।