आज सावन का पहला सोमवार है। सावन के महीने में भगवान शिव साक्षात शिवलिंग में विराजमान रहते हैं। सावन का महीना यानी शिव की भक्ति। इस महीने में भोलेनाथ के दर्शन के लिए लोग दूर-दराज जाते हैं। यह महीना भोलेनाथ को खुश करने के लिए अत्यंत प्रिय है। भगवान विष्णु के सो जाने के बाद इस महीने में भगवान शिव तीनों लोक की रक्षा करते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि बाकी दिनों की अपेक्षा सावन महीने में शिव जी की पूजा करने से दोगुना फल मिलता है। आइए जानते हैं सावन के पहले सोमवार के दिन शिवजी की पूजा कैसे करें…
सोमवार व्रत
सोमवार का व्रत शाम तक रखा जाता है। इस दिन भोलेशंकर को गंगाजल, बेलपत्र,सुपारी,पुष्प,धतूरा, दूवी यादि चीजों को चढ़ाया जाता है। कच्चा दूध शंकर भगवान को चढ़ाया जाता है। इसके बाद सोमवार व्रत कथा सुना जाता है। मान्यता है कि सावन का सोमवार करने से पूरे वर्ष के सोमवार व्रत का फल मिलता है। शिव जी के किसी भी व्रत को तीन पहर तक ही करते हैं। उसके बाद भोजन कर लेते हैं। सावन यानी रिमझिम बारिश के साथ चारों तरफ हरियाली होती है। इसलिए इस महीने में पेड़-पौधे काटने से बचना चाहिए।