थराली –गिरीश चंदोला
उत्तराखंड का सरकारी महकमा हादसों को लेकर कितना सजग है, इसकी एक बानगी देखने को मिली थराली में ,जहां देवाल थराली मोटरमार्ग पर केदारबगड से कुछ आगे राड़ीबगड़ की ओर सड़क किनारे एक चीड़ का पेड़ पिछले लगभग 1 साल से लटका पड़ा है और हादसों को दावत दे रहा है, पेड़ की स्थिति ऐसी है कि पेड़ की जड़ से जरा सा भी मिट्टी खिसकी तो पेड़ किसी भी राहगीर ,किसी भी चलती गाड़ी के ऊपर गिर सकता है, पिछले एक साल से चीड़ का पेड़ इस हालत में है लेकिन थराली का वन महकमा और तहसील प्रशासन अब तक भी इस पेड़ को हटा नहीं पाया है शायद थराली का सरकारी महकमा किसी दुर्घटना का ही इंतजार कर रहा है जो अभी तक इस पेड़ को हटा नहीं पाया , सरकारी महकमे की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उक्त स्थल से बमुश्किल 150 मीटर की दूरी पर तहसील मुख्यालय है,और 200 मीटर की दूरी पर थराली का वन विभाग लगातार विभागीय अधिकारियों का इस मार्ग से जाना होता है, इस स्थिति से सभी अधिकारी भी अवगत हैं बावजूद इसके इस पेड़ का अभी तक न हटाया जाना तो शायद इसी बात का इशारा कर रहा है कि शायद अधिकारी किसी दुर्घटना का ही इंतजार कर रहे हैं ,
क्या कहते हैं अधिकारी
हालांकि जब वनक्षेत्राधिकारी मध्य पिण्डर रेंज गोपाल सिंह बिष्ट से हमने दुर्घटनाओं को दावत दी रहे चीड़ के पेड़ को हटाने के विषय मे पूछा तो जवाब में उन्होंने बताया कि,उक्त मामला उनके संज्ञान में है, इससे पहले भी इस पेड़ को हटाने के लिए शिकायते उनके पास आई है लेकिन राजस्व विभाग की कुछ आपत्तियों की वजह से dfo बद्रीनाथ द्वारा पेड़ हटाने की अनुमति नहीं मिल पायी है