पुणे I भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ सीरीज जीत की दहलीज पर खड़ी है। बावजूद इसके टीम प्रबंधन दुविधा में है कि शुक्रवार को पुणे में होने मुकाबले में विजयी एकादश को ही उतारा जाए या संजू सैमसन और मनीष पांडे को इस सीरीज में एक मैच दिया जाए। इस साल अक्तूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 विश्व कप के चलते टीम इंडिया प्रयोग कर रही है लेकिन इन दो खिलाड़ियों को अभी नहीं परखा गया है।
इंदौर में खेले गए पिछले मुकाबले में कम अनुभवी श्रीलंका के सामने भारतीय टीम का पलड़ा भारी रहा था। टीम ने 15 गेंद शेष रहते सात विकेट से जीत हासिल की थी। ऐसे में सैमसन और मनीष को उतारे जाने पर विचार हो भी रहा है। पांडे ने मौजूदा सीरीज सहित तीन सीरीजों में सिर्फ एक मैच खेला है। जबकि नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज से वापसी करने वाले सैमसन को एक मैच भी नहीं मिला है।
युवा गेंदबाजों ने दिखाया दम
दूसरी ओर सीनियर तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति में शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी को मौका मिला है और वह प्रभावित करने में सफल रहे हैं। इंदौर में दोनों गेंदबाजों ने मिलकर पांच विकेट लिए थे। ठाकुर डेथ ओवरों में अच्छे थे तो सैनी ने अपनी रफ्तार और उछाल से बल्लेबाजों को परेशान किया। वाशिंगटन सुंदर और शिवम दुबे जो ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को अपनी क्षमता दिखाने के पर्याप्त मौके मिले हैं।
इंदौर में जीत के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि उनकी टीम हर मैच के बाद बेहतर हो रही है। उन्होंने संकेत दिया कि टी-20 विश्व कप में प्रसिद्ध कृष्णा सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं। सैमसन और पांडे बेंच पर बैठे रहने से थोड़े निराश होंगे लेकिन शुक्रवार को उन्हें मौका मिल सकता है।
हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि टीम प्रबंधन सीरीज जीतने के इरादे से ही अंतिम एकादश का चयन करेगा। ध्यान शिखर धवन पर भी लगा होगा जो लोकेश राहुल के साथ दूसरे सलामी बल्लेबाज के स्थान की दौड़ में हैं।
हालांकि इस समय राहुल ऑस्ट्रेलिया में रोहित शर्मा के जोड़ीदार की दौड़ में उनसे आगे दिखते हैं। जसप्रीत बुमराह हालांकि मंगलवार को वापसी मैच में अच्छा नहीं कर सके लेकिन वह अंतिम मैच में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे।
चहल और जडेजा बैठ सकते हैं बाहर
पंड्या के एक्शन में वापसी के बाद अगर दुबे टीम में अपना स्थान कायम रखना है तो बल्लेबाजी का मौका मिलने पर उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। श्रीलंकाई टीम में काफी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं तो स्पिनर कुलदीप यादव और वॉशिंगटन सुंदर के टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है जिसका मतलब है कि रवींद्र जडेजा और युजवेंद्र चहल को बाहर बैठना होगा।
एंजेलो को मौका दे सकती है श्रीलंका
श्रीलंकाई टीम को अगर घरेलू टीम को परेशानी में डालना है तो उन्हें काफी काम करना होगा। बल्लेबाजों को अच्छी शुरुआत हासिल करने के बाद लंबी पारी खेलनी होगी जो दूसरे टी-20 में ऐसा नहीं कर सके। ऑलराउंडर इसुरू उडाना का चोटिल होना भी टीम के लिए करारा झटका हे जो इंदौर में अभ्यास के दौरान चोटिल हो गए थे।
इससे उनके मुख्य गेंदबाज ने इंदौर में गेंदबाजी नहीं की। श्रीलंकाई टीम हालांकि बल्लेबाजी विभाग में अनुभव का फायदा उठा सकती है। 16 महीने बाद टी-20 में वापसी करने वाले एंजेलो मैथ्यूज को लगातार दो मैचों में नहीं चुना गया। लेकिन वह शुक्रवार को अंतिम एकादश में हो सकते हैं।
टीमें इस प्रकार हैं
भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, संजू सैमसन, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी और वॉशिंगटन सुंदर।
श्रीलंका: लसिथ मलिंगा (कप्तान), धनुष्का गुणतिलका, अविष्का फर्नांडो, एंजेलो मैथ्यूज, दासुन शनाका, कुसल परेरा, निरोशन डिकवेला, धनंजय डि सिल्वा, भानुका राजपक्षे, ओशदा फर्नांडो, वानिंदु हसरंगा, लाहिरु कुमारा, कुसल मेंडिस, लक्षण संदाकन और कसुन राजिता।