मसूरी

बड़ी खुशखबरी : 2052 तक नहीं होगी पानी की किल्लत, यमुना मसूरी पंपिंग पेयजल योजना का कार्य हुआ पूर्ण


रिपोर्ट– नितेश उनियाल 
मसूरी। बहुप्रतीक्षित यमुना मसूरी पेयजल योजना की सफल टेस्टिंग के बाद पर्यटन नगरी मसूरी में पानी की किल्लत से निजात मिल जाएगी उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा इस परियोजना का सफल परीक्षण किया गया और यमुना से पानी की सप्लाई शुरू हो गई इसके पश्चात विभाग द्वारा तकनीकी जांच के बाद सुचारू रूप से इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। 
144 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस परियोजना का लाभ मसूरी वासियों को 2052 तक मिलेगा इस दौरान मसूरी में कहीं भी पानी की किल्लत नहीं होगी । इस योजना के सफल परीक्षण के बाद अधिकारियों में खासा उत्साह देखा गया 2020 में शुरू हुई इस परियोजना का 2023 में कार्य पूरा हो गया।
बताते चलें कि पर्यटन सीजन शुरू होते ही मसूरी में पानी की किल्लत शुरू हो जाती थी और टैंकरों के द्वारा पानी की सप्लाई की जाती थी जिस कारण व्यवस्थाएं चरमरा जाती थी और लोगों को पानी के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था इस योजना के बाद जहां एक और होटल व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है वहीं आम लोगों में भी इस योजना को लेकर खुशी का माहौल है । इस योजना को लागू करने में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का महत्वपूर्ण योगदान है समय-समय पर उनके द्वारा इस कार्य का निरीक्षण किया गया और अधिकारियों को शीघ्र इस योजना को पूरा करने के दिशा निर्देश दिए गए ।
इस बारे में जानकारी देते हुए मनोज कुमार शर्मा जीएम प्रोजेक्ट ने बताया कि यह योजना पूर्ण हो चुकी है और कुछ तकनीकी परीक्षणों के बाद 22 मई से मसूरी वासियों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा यह योजना मसूरी क्षेत्र के साथ ही कोल्हूखेत तक पानी की सप्लाई करेगी और उसके पश्चात यह योजना उत्तराखंड जल संस्थान को हस्तांतरित कर दी जाएगी । उन्होंने कहा कि पानी की सप्लाई के परीक्षण के बाद कहीं पर भी लीकेज की सूचना नहीं मिली है और यह योजना पूरी तरह से सफल रही है उन्होंने बताया कि यह योजना मसूरी के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!