उत्तराखंड ताज़ाथत्यूड
राक्षसो की माता ताडका से भगवान राम का हुआ सामना,थत्यूड रामलीला मे ताडका वध रहा प्रमुख दृश्य
- गुरू चलना जनक पुरी हो के चलो
- राक्षसो की माता ताडका से भगवान राम का सामना
थत्यूड़। रामलीला धार्मिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक सामिती थत्यूड जौनपुर के सौजन्य से पौराणिक रामलीला मंचन मे ताडका वध व मारीच सुबाहु लीला प्रमुख दृश्य रहे।
अयोध्या मे गुरूविश्वामित्र राक्षसो के द्वारा ऋषि मुनियों के यज्ञ व धार्मिक कार्यो मे विघ्न पंहुचाने के कारण राम और लक्षमण को राजा दशरथ से स्वयं के आश्रम मे ले आते हैं जंहा पर राक्षसो की माता ताडका से भगवान राम का सामना होता है भगवान राम ताडका का वध कर देते है।
यह सुचना जब मारीच व सुबाहु को पता चलती है तो वो भी प्रभु राम व लक्ष्मण से युद्व करते हैं जंहा भगवान राम के हाथों बीना फल का बाण मारीच का लगता है और मारीच युद्व छोड कर भाग जाता है और मर्यादा पुरूषोतम राम चन्द्र जी की भक्ति करने लगता है। सुबाहु का वध राम जी के हाथों होता है।
वंही दुसरी और मिथिला पुरी मे पुराने महल मे रखे शिव धनुष को मॉ सीता एक कोने से दुसरे छोर पर रखने के बाद महाराज जनक सीता स्वयंवर की घोषणा करते है। यह समाचार जब गुरू विश्वामित्र के आश्रम तक पंहुचता है तो प्रभु राम व लक्ष्मण गुरू विश्वामित्र के संग मिथिलापुरी स्वयंवर मे जाने का निवेदन करते हैं वो मिथिला पुरी की और प्रस्थान करते हैं।
थत्यूड की रामलीला मंचन के दर्शन देश विदेश के लोग एस सजवाण प्रोडक्शन डिजिटल चेनल के फेसबुक पेज पर भी कर रहे हैं। चतुर्थ दिवस की लीला मे मुख्य अतिथी भीमराव अम्बेडकर जागृती समिती थत्यूड जौनपुर के अध्यक्ष शिव दास , ग्राम पंचायत सिर्ष के ग्राम प्रधान राम लाल थपलियाल, विरेन्द्र नौटियाल, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष अकबीर पंवार मौजुद थे।
इस अवसर पर रामलीला मे पात्र कमल किशोर नौटियाल, विमल नौटियाल, राम प्रकाश भट्ट , मुनिम प्रधान, गौरव चमोली, राहित नौटियाल , प्रवीन पंवार आदी थे।
वंही समिती के अध्यक्ष गजेन्द्र असवाल , सचिव सुनील सजवाण, मुनिम प्रधान, हरी लाल, गुरू प्रसाद, हरिश नौटियाल, संदीप शाह, रमन जोशी, संदीप राणा आदी लोग मौजुद रहे।
मंच का संचालन सुनील सजवाण ने किया।