रिपोर्ट–गिरीश चंदोला
स्थान — थराली(चमोली)
थराली। रविवार दोपहर को बिजली गुल हुई बिजली सोमवार को 4 बजे तक भी बहाल नहीं हो पाई थी पूरी थराली में पिछले 28 घंटे से अधिक समय से अंधेरे में है।जिसके चलते जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार की पूरी रात्रि लोग बिजली आने का इंतजार करते रहे लेकिन सोमवार तक भी बिजली नहीं आई बिजली बाधित होने से विद्युत से चलने वाले सारे कार्य ठप हो गये वहीं कार्यालयों में भी कामकाज प्रभावित रहा तहसील में दूरदराज से आये लोग बिजली के बिना अपना कार्य नहीं करवा पाये
थराली में आए दिन बिजली गुल होने की समस्या आती रहती है। कई बार अधिकारियों को इस संबंध में जनता लिखित व मौखिक रूप से शिकायत कर चुकी है।बावजूद उसके बिजली विभाग के अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करवा पाते हैं। इससे पूर्व 2013 की आपदा में जब विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी तो पिंडर घाटी में कुमाऊ से निर्बाध रूप से बिजली की सप्लाई की गई थी ।लेकिन इस विकल्प को विद्युत विभाग के अधिकारियों ने हटा दिया है। जिसके चलते थराली और आस पास के कई अन्य क्षेत्रों में बिजली की लगातार गुल होने की बात सामने आती रहती है। और कई बार तो बिजली 2-3दिन तक गुल ही रहती है।
व्यापार संघ अध्यक्ष संदीप रावत, मुकेश जोशी, अंकित रावत , विजय प्रसाद गम्भीर रावत , दर्शन रावत आदि का कहना है।कि जब से थराली ब्लॉक को धारी स्टेशन से जोड़ा गया है। तब से लगातार बिजली गुल होने की समस्या सामने आती रहती है। उन्होंने मांग की है। कि थराली ब्लॉक के लिए पूर्व की भांति कुमाऊं से ही विद्युत आपूर्ति की जाए क्योंकि यहां तक पहुंचने के लिए बिजली की लाइनें कई किलोमीटर घने जंगलों से होकर आती है। लिहाजा हर समय लाइन में कुछ ना कुछ फायदा जाता है।
उत्तराखंड पॉवर कारपोरेशन के अवर अभियंता हेमन्त चमोला का कहना है। कि थराली के पास बेरकाण्डे मैं लाइन छतिग्रस्त होने के चलते लाइट बंद है। जैसे ही तार जोडे जाएंगे लाइट बहाल हो जायएगी