वन भूमि के पेच में 30 साल से फंसी सड़क ग्रामीण परेशान
थत्यूड़। लोक निर्माण विभाग की सुस्ती थौलदार और जौनपुर ब्लाक के दर्जन गांवों के ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है इन दो ब्लाकों को जोड़ने वाला मैंडखाल-बागी खाद-सावली मोटर मार्ग 3 दशक बाद भी वन भूमि क्लियरेंस में फंसा हुआ है। मार्ग बनने से ग्रामीणों को 40 किलोमीटर तक दूरी कम हो जाएगी।
बता दें कि 1992 में तत्कालीन यूपीसरकार ने थौलदार और जौनपुर ब्लॉक को आपस में जोड़ने के लिए 17 किलोमीटर लंबे मैंडखाल-बागी खाद-सावली मोटर मार्ग की स्वीकृति दी थी दोनों ब्लॉक धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र में आते हैं।
मार्ग पर घना वन होने के कारण वन भूमि क्लियरेंस मिलने और प्रतिकर बांटने में काफी समय लग गया। किसी तरह 2015 में मैंडख़ाल गांव से बागी खाद लोग निर्माण विभाग चंबा ने 8 किलोमीटर सड़क काट दी लेकिन इसके बाद जौनपुर ब्लाक के सावली गांव तक 9 किलोमीटर सड़क का मामला फिर वन भूमि के कारण अटक गया। 8 साल बीतने पर भी इसमें कोई खास प्रगति नहीं हो पाई है।
पूर्व वन पंचायत सरपंच चंद्र सिंह चौहान और रैदोणी की ग्राम प्रधान गीता जयेंद्र सिंह चौहान पूर्व प्रधान रैदोणी जयपाल सिंह चौहान रेखा देवी प्रधान भाल सुमन सिंह नेगी पूर्व प्रधान भाल चंदन सिंह पुंडीर पूर्व क्षेत्र पंचायत भाल युद्धवीर रावत हिम्मत रावत ग्राम प्रधान मखडेत दाता राम भट्ट ने कहा कि लोग निर्माण विभाग के अधिकारी जनता की समस्या समझने को तैयार नहीं है।
इस बाबत लोग निर्माण विभाग चंबा के जगदीश खाती का कहना है कि मामला वन भूमि क्लीयरेंस का है जो नोडल स्तर पर रुका है।