महाविद्यालय थत्यूड़ के सात दिवसीय विशेष शिविर के चोथे दिन में चिपको आंदोलन व पर्यावरण संरक्षण विषय पर गोष्ठी का आयोजन
- स्वयंसेवी छात्रों के द्वारा 100 ग्रामीण परिवारों का सर्वेक्षण किया गया
- चिपको आंदोलन की 49वर्षगांठ के अवसर पर चिपको आंदोलन व पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं की भूमिक विषय पर गोष्ठी
राजकीय महाविद्यालय थत्यूड़ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा संचालित सात दिवसीय विशेष शिविर के चोथे दिन का प्रारंभ कार्यक्रम अधिकारी संदीप कश्यप के निर्देशन मे सरस्वती शिशु मंदिर प्रांगण की सफाई के साथ किया इसके पश्चात छात्र छात्राओं ने शरीरिक विकास के लिए प्रातः कालीन व्यायाम और योगाभ्यास किया इसके पश्चात छात्रों ने राष्ट्रगान और और राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत के साथ दिन की शुरुआत की और पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेवी ने अधिग्रहित गांव मतुलिसेरा तथा ढाना मार्ग पर स्वच्छता व पर्यावरण की जागरूकता को लेकर जागरूकता रैली निकाली तथा ग्रामीणों के परिवारों का सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण किया तथा ग्रामीणों को सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं की जानकारियां प्रदान की स्वयंसेवी छात्रों के द्वारा 100 ग्रामीण परिवारों का सर्वेक्षण किया गया द्वितीय सत्र मे बौद्धिक सत्र के अंतर्गत छात्रों के बीच में चिपको आंदोलन की 49वर्षगांठ के अवसर पर चिपको आंदोलन व पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं की भूमिक विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत छात्र छात्राओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए तथा कार्यक्रम अधिकारी संदीप कश्यप ने कहा कि विकास की योजनाओं के कारण कटने वाले वृक्षों की कटाई का सर्वाधिक नुकसान कृषि भूमि पर होता है जिसके कारण कृषि भूमि का उपजाऊपन लगातार घटता है और ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन बढ़ता है जिसके परिणाम स्वरूप महिलाओं पर घरेलू कामकाज के साथ-साथ बाहरी क कार्यों का अतरिक्त बोझ पड़ता है इसलिए हमे पलायन को रोकने के लिए तथा महिलाओं की सामाजिक स्थिति को सुधारने के लिए भी पर्यावरण संरक्षण पर जोड़ देना चाहिए गोष्टी में सहायक कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर संगीता खडवाल चिपको आंदोलन से जुड़ी गोरादेवी समाजसेवी सुंदरलाल बहुगुणा के पर्यावरण संबंधी विचारों पर प्रकाश डाला डॉक्टर संगीता सिदोला ने कहां की पर्यावरण ही हमारे जीवन का मूल आधार है अतः हमें इसे हर हाल में सुरक्षित करना चाहिए।