उत्तराखंड ताज़ाताज़ा ख़बरथत्यूड

प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड ने किया बुरांशखण्डा में बुरांश वनीकरण का निरीक्षण।

IMG 20200719 WA0022
बुरांश जो कि हमारे उत्तराखण्ड का राज्य वृक्ष है उसको हमें संरक्षित करने की आवश्यकता है : जयराज
मुकेश रावत। फास्ट खबर24

थत्यूड़। प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड जयराज द्वारा अपने तीन दिवसीय मसूरी वन प्रभाग के भ्रमण के तहत जौनपुर रेंज के बुरांशखण्डा में बुरांश वनीकरण का स्थलीय निरीक्षण किया 
उत्तराखण्ड का एक तरह के अभिनव कार्य बुरांश के वनीकरण व पौधों की अच्छी वृद्धि देख मसूरी वन प्रभाग व जौनपुर रेंज के क्षेत्रीय स्टाफ की सराहना की व विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों से बुरांश की पौध नर्सरी तैयार करने से लेकर रोपण तक की विस्तृत जानकारी ली व वृक्षारोपण को सराहनीय कार्य बताया व कहा कि जौनपुर रेंज का यह प्रदेश में पहला सफल वनीकरण होगा। 
IMG 20200719 WA0023
उपरोक्त बुरांशखण्डा जगह जहाँ पर बुरांश का वनीकरण सन 2015- 2016 में जौनपुर रेंज के द्वारा किया गया था बुरांशखण्डा अर्थात जिस नाम के आगे बुरांश जो कि हमारा राज्य वृक्ष है परन्तु वहाँ पर एक भी बुरांश का पेड़ नहीं था। उसी नाम की सार्थकता बनाये रखने के लिए एक अभिनव पहल की गयी जिसमें पांच हजार से अधिक पौध धनोल्टी मगरा में तैयार कर विभागीय  कर्मचारियों ईको पार्क समिति सदस्यों स्थानीय लोगों स्कूली बच्चों जनप्रतिनिधि गणों आदि के सहयोग द्वारा एक सफल वनीकरण क्षेत्र तैयार किया गया था। यह एक अभिनव व उत्कृष्ट कार्य सराहनीय प्रयास क्षेत्रीय कर्मचारियों व स्थानीय लोगों की मेहनत दृढ़ संकल्प का एक अनूठा उदाहरण है। 
वास्तव में हमें बुरांश जो कि हमारे उत्तराखण्ड का राज्य वृक्ष है उसको हमें संरक्षित करने की आवश्यकता है बुरांशखण्डा जैसी जगह जो पर्यटन स्थल धनोल्टी के समीप है यदि इस जगह को सरकार और अच्छे से बुरांश को संरक्षित कर इसे बुरांश पार्क के रूप में विकसित कर दे तो यह हमारे राज्य के लिए माडल के रूप में व अन्य जिलों में भी इसे अपनाकर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है व स्थानीय लोगों की आर्थिकी का एक बेहतर माध्यम बन सकता है। 
प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड के साथ उनके भ्रमण कार्यक्रम में मुख्य वन संरक्षक सुशांत पटनायक वन संरक्षक अमित वर्मा डी०एफ०मसूरी कहकशां नसीम एस०डी०ओ० सुभाष वर्मा वन क्षेत्राधिकारी जौनपुर रेंज अनुप राणा अमित कैंतुरा  रामलाल लेखवार कुलदीप नेगी तपेन्द्र बेलवाल इसम सिंह नीलकंठ पोखरियाल आदि मौजूद थे। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!