थराली
मंगलवार दोपहर को बिजली गुल हुई बिजली बुधवार को 2:00 बजे तक भी बहाल नहीं हो पाई थी पूरी पिंडर घाटी पिछले 26 घंटे से अधिक समय से अंधेरे में
रिपोर्ट: गिरीश चंदोला
स्थान: थराली(चमोली)
थराली। मंगलवार दोपहर को बिजली गुल हुई बिजली बुधवार को 2:00 बजे तक भी बहाल नहीं हो पाई थी पूरी पिंडर घाटी पिछले 26 घंटे से अधिक समय से अंधेरे में है।जिसके चलते जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मंगलवार की पूरी रात्रि लोग बिजली आने का इंतजार करते रहे लेकिन बुधवार तक भी बिजली नहीं आई बिजली बाधित होने से विद्युत से चलने वाले सारे कार्य ठप हो गये वहीं कार्यालयों में भी कामकाज प्रभावित रहा तहसील में दूरदराज से आये लोग बिजली के बिना अपना कार्य नहीं करवा पाये
पिंडर घाटी के तीनों ब्लाकों में आए दिन बिजली गुल होने की समस्या आती रहती है। कई बार अधिकारियों को इस संबंध में जनता लिखित व मौखिक रूप से शिकायत कर चुकी है।बावजूद उसके बिजली विभाग के अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करवा पाते हैं। इससे पूर्व 2013 की आपदा में जब विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी तो पूरे पिंडर घाटी में कुमाऊ से निर्बाध रूप से बिजली की सप्लाई की गई थी ।लेकिन इस विकल्प को विद्युत विभाग के अधिकारियों ने हटा दिया है। जिसके चलते थराली ,देवाल ग्वालदम, तलवाड़ी कुलसारी नारायणबगड सहित कई अन्य क्षेत्रों में बिजली की लगातार गुल होने की बात सामने आती रहती है। और कई बार तो बिजली 2-3दिन तक गुल ही रहती है।
सामाजिक कार्यकर्ता खिलाफ सिंह, दयाल टम्टा ,दिगंबर सिंह ,ग्वालदम के व्यापार संघ अध्यक्ष अनिल नेगी ,ग्राम प्रधान मीनू टम्टा ,कला देवी ,आदि का कहना है।कि जब से थराली व देवाल ब्लॉक को धारी स्टेशन से जोड़ा गया है। तब से लगातार बिजली गुल होने की समस्या सामने आती रहती है। उन्होंने मांग की है। कि थराली वह देवाल ब्लॉक के लिए पूर्व की भांति कुमाऊं से ही विद्युत आपूर्ति की जाए क्योंकि यहां तक पहुंचने के लिए बिजली की लाइनें कई किलोमीटर घने जंगलों से होकर आती है। लिहाजा हर समय लाइन में कुछ ना कुछ फायदा जाता है।
जबकि देवाल वह थराली कुमाऊ से नजदीक होने के कारण और बीच में जंगल ना होने के कारण भी यहां पर बिजली बाधित होने की समस्या नहीं रहती है।
वही विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता देवेंद्र कुमार का कहना है, कि-
कलदुखाल से सिमली आने वाली 132 केवी लाइन में कहीं फाल्ट आने के कारण विद्युत बाधित है फॉल्ट ढूंढा जा रहा है। फाल्ट मिलने पर उसे ठीक कर विद्युत आपूर्ति सुचारू की जायेगी, उनका कहना था। कि लाइन लंबी होने के कारण बीच-बीच में फाल्ट आते रहते हैं। इसके निराकरण के लिए अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।