नई दिल्ली : टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके डेल स्टेन अब सिर्फ वनडे और टी20 क्रिकेट में अपना जलवा बिखेरते हुए नजर आएंगे। टेस्ट में 439 विकेट लेने के बाद उन्होंने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को अलविदा कह दिया है। कई पूर्व क्रिकेटरों ने 36 वर्षीय गेंदबाज की प्रशंसा की। इसी कड़ी में अब एक और नाम जुड़ चुका है। पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़, जिन्हें ‘द वॉल’ के नाम से जाना जाता है, ने भी स्टेन की तारीफों के पुल बांधे हैं।
द्रविड़ और स्टेन दोनों एक-दूसरे के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं। स्टेन अनुभवी भारतीय बल्लेबाज को दो मौकों पर आउट भी कर चुके हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर द्रविड़ ने ये स्वीकार किया कि स्टेन अफ्रीकी टीम के लिए शानदार गेंदबाज रहे और उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी टीम के टेस्ट क्रिकेट में उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्टेन की अगुवाई में 2006 से 2015 की शुरुआत में प्रोटियाज टीम टेस्ट क्रिकेट में टॉप पर रही थी।
पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर के साथ बातचीत में, द्रविड़ ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, ‘वह (स्टेन) उन गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्हें अनंत काल तक याद किया जाएगा। वह दक्षिण अफ्रीका के लिए मैच विजेता और गेम-चेंजर रहे हैं। अफ्रीकी टीम के पास स्टेन के रूप में एक विकेट लेने वाला गेंदबाज था। उनके पास नई गेंद के साथ विकेट लेने की क्षमता है क्योंकि वह गेंद को विकेट के दोनों ओर स्विंग करा सकते थे और उन्हें रिवर्स स्विंग की कला में भी महारत हासिल थी।’
टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के सफलतम बल्लेबाजों में से एक द्रविड़ ने कहा, ‘स्टेन हमारी पीढ़ी के मैल्कम मार्शल हैं। आक्रामक होने पर स्टेन ने अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया। मैंने हमेशा स्टेन के बाउंसरों को छोड़ने की कोशिश की क्योंकि उन्हें नियंत्रित करना बेहद मुश्किल था।’
स्टेन न केवल टेस्ट क्रिकेट को आठवें सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी के रूप में अलविदा कहा, बल्कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 22.95 की औसत से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले (439) गेंदबाज के रूप में भी विदाई ली। इनस्विंगर, आउटस्विंगर्स और लाल गेंद को रिवर्स-स्विंग कराने की कला ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में महान गेंदबाजों की सूची में शामिल कर दिया। उनकी गति और बाउंसर तकरीबन अचूक थी।
स्टेन ने 439 में से 192 विकेट विरोधी टीम के शीर्ष चार बल्लेबाज के लिए। दाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ स्टेन का रिकॉर्ड बेहद ही शानदार रहा। स्टेन ने कुल 303 दाएं हाथ के बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। हालांकि, अब प्रोटियाज टीम को आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में स्टेन के बिना ही खेलना पड़ेगा और ये देखना दिलचस्प होगा कि विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अफ्रीकी टीम कैसा प्रदर्शन करती है।