जौनपुर विकासखंड का सीमांत गांव मुंगलोडी विकास के पथ पर अग्रसर,,,पड़े यह रिपोर्ट

- नागटिब्बा के निकट मुंगलोडी में पर्यटन और बुनियादी सुविधाओं का विकास
- सांसद सोनल मानसिंह की निधि से मुंगलोडी में बारातघर और संपर्क मार्ग का निर्माण
- ग्रामीण सहभागिता से मुंगलोडी बना आदर्श गांव, शहरी सुविधाओं का विकास
- पहाड़ी गांवों में पलायन रोकने की पहल: मुंगलोडी में शहरी सुविधाएं उपलब्ध
रिपोर्ट– मुकेश रावत
थत्यूड़, 21 मई 2024 – जौनपुर विकासखंड का सीमांत गांव मुंगलोडी अब विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। यह गांव विकासखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नागटिब्बा के निकट स्थित है, जिससे होकर सैकड़ों पर्यटक नागटिब्बा की ट्रैकिंग करते हैं। मुंगलोडी गांव विकासखंड मुख्यालय थत्यूड़ से 13 किलोमीटर की दूरी पर और नागटिब्बा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
राज्यसभा सांसद सोनल मानसिंह का योगदान
राज्यसभा सांसद सोनल मानसिंह ने इस गांव को गोद लेकर इसे एक आदर्श गांव के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है। सांसद निधि से एक करोड़ रुपये की सहायता से गांव में विभिन्न विकास कार्य किए गए हैं। इनमें बारातघर का निर्माण, गांव के संपर्क मार्ग को सीसी खड़ींचा डालकर पक्का करना और रेलिंग का कार्य शामिल है। इसके साथ ही गांव के जल स्रोतों का संरक्षण कर उन्हें पुनर्जीवित किया गया है।
ग्रामीणों की सहभागिता और विकास
गांव के प्रधान राहुल वेदराज ने कहा, “हमने कभी कल्पना नहीं की थी कि हमारे सीमांत गांव मुंगलोडी में वे सभी आधारभूत सुविधाएं विकसित होंगी जो किसी शहरी क्षेत्र में होती हैं।” सामाजिक कार्यकर्ता सोमवारी लाल नौटियाल ने बताया कि राज्यसभा सदस्य सोनल मानसिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत जी-20 में जिले के विकसित गांव ओणी से सीख लेकर ग्रामीणों की सहभागिता से विकास कार्य करवाए गए हैं।
पलायन रोकने में सफल कदम
नौटियाल ने कहा, “आज गांव में वह सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं जो एक शहरी क्षेत्र के कस्बों और नगरों में होती हैं। यह पहाड़ के गांवों में हो रहे पलायन को रोकने में एक कारगर और सार्थक कदम साबित होगा।”
मुंगलोडी का यह विकास कार्य न केवल ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधार रहा है बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहा है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।