नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास की अटकलों के बीच उनके पुराने और घनिष्ट मित्र अरुण पांडे ने कहा है कि माही की फिलहाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की कोई योजना नहीं है। अरुण पांडे धोनी के दोस्त होने के साथ-साथ उनके बिजनेस पार्टनर भी हैं। विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में टीम इंडिया की 18 रन से हार के बाद से धोनी के संन्यास को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
हर कोई इस बारें में अपनी राय जाहिर कर रहा है लेकिन प्रशंसक चाहते हैं कि वो कुछ दिन और क्रिकेट खेलें। ऐसे में शुक्रवार 19 जुलाई को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया के चयन के लिए होने वाली चयन समिति की बैठक टल गई जिसमें इस बारे में कुछ सटीक बात उभरकर सामने आती। लेकिन अब चयन समिति की बैठक रविवार 21 जुलाई को मुंबई में होगी जिसमें धोनी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भविष्य तय होने के आसार हैं इसलिए इस बैठक पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। पांडे धोनी के साथ काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं और वो स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी रिती स्पोर्ट्स के अलावा धोनी के अन्य व्यवसाय को संभालते हैं।
हालांकि अरुण पांडे ने कहा, उनकी फिलहाल संन्यास की कोई योजना नहीं है। उनके जैसे महान खिलाड़ी के संन्यास लेने की अफवाह फैलना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह माना जा रहा है कि चयनकर्ता दो बार के विश्व चैंपियन कप्तान से उनके भविष्य के बारे में वेस्टइंडीज दौरे के टीम चयन से पहले निश्चित तौर पर चर्चा करेंगे। यदि चयनकर्ता विश्व कप के बाद भविष्य को ध्यान में रखते हुए नए सिरे से टीम का चयन करते हैं तो निश्चित तौर पर 38 वर्षीय धोनी उनकी पहली पसंद नहीं होंगे।
धोनी ने विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में 50 रन की पारी खेली थी। उनके रन आउट होने के बाद टीम के फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं खत्म हो गईं। इसके बाद अंत में टीम इंडिया ने 18 रन के अंतर से मैच गंवा दिया और न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में पहुंचने में सफल रही।
धोनी ने विश्व कप के दौरान 9 मैच की 8 पारियों में 2 बार नाबाद रहते हुए 45.50 की औसत और 87.78 के स्ट्राइकरेट से 273 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 2 अर्धशतक निकले। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 56 रन रहा। पूरे टूर्नामेंट के दौरान धोनी के खराब स्ट्राइकरेट की चर्चा होती रही। वहीं विकेटकीपिंग में भी धोनी कोई बड़ा कमाल नहीं कर सके। वह पूरे टूर्नामेंट के दौरान सबसे ज्यादा बाई रन देने वाले विकेटकीपर भी रहे।