रिपोर्ट—-गिरीश चंदोला
स्थान ——थराली(चमोली)
थराली- पिंडर क्षेत्र के दूरस्थ गांव हिमनी में उच्च शिखरीय पादप कार्य की शोध केंद्र(हैप्रिक) हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल द्वारा आयोजित दो दिवसीय किसान विकास मेले का आज समापन हो गया है।
इस दौरान संस्था द्वारा कृषकों को पादप एवं औषधि से संबंधित विभिन्न प्रकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
गुरुवार को ग्राम सभा ई मनी मैं किसान विकास मेले का उद्घाटन पद्मश्री बसंती बिष्ट द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया इस दौरान अपने संबोधन में बसंती बिष्ट द्वारा लोगों को औषधीय एवं पादप के महत्व एवं उनके संवर्धन के बारे में बताया गया। संस्थान की ओर से डॉक्टर यतीश बहुगुणा द्वारा किसानों को कृषि के नये तरीकों के बारे में बताते हुए विभिन्न लाभ से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया गया उन्होंने इस दौरान कृषकों को जटामांसी एवं अन्य पौधे कृषिकरण हेतु वितरित किये। वही जड़ी-बूटी शोध संस्थान मंडल गोपेश्वर के विक्रम सिंह रावत द्वारा किसानों के पंजीकरण एवं योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं उन्होंने सरकार द्वारा औषधीय पादप ओके कृषि करण की नीतियों एवं नियमों के बारे में कृषकों को जानकारी प्रदान की गई।