उत्तराखंड ताज़ाथत्यूड

दूल्हा दुल्हन ने मेरा पेड़-मेरा दोस्त पौधे का किया रोपण।

%E0%A4%A6%E0%A5%82%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B9%E0%A4%BE%20%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B9%E0%A4%A8%20%E0%A4%A8%E0%A5%87%20%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A4%BE%20%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A5%9C %E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A4%BE%20%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%20%E0%A4%AA%E0%A5%8C%E0%A4%A7%E0%A5%87%20%E0%A4%95%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%AA%E0%A4%A3%E0%A5%A4


थत्यूड़: शादी दो जोड़े के साथ निभाने का अटूट बंधन हैं ताकि जीवन का सफर खुशहाली से निभ सके। सकलाना पट्टी के ग्राम लामकाण्डे में संदीप व शीतल के विवाह समारोह में पहुचे पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने दूल्हा दुल्हन को शगुन में बोटलब्रस का पौधा उपहार में देकर सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया और डॉ सोनी के नेतृत्व में नव दाम्पत्य ने शादी के यादगार पल पर मेरा पेड़-मेरा दोस्त पौधा का रोपण किया।

प्रकृतिप्रेमी वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी कहते हैं शादी जीवन के हर पल साथ निभाने का अटूट बंधन हैं। जहां सात फेरे इस बंधन को विश्वास की डोर से बांधकर रखती हैं वही जीवन के हर मोड़पर हम सफर बनकर साथ देते हैं। शादी जीवन का वह पल होता हैं जिसकी यादें समय समय आती रहती हैं ऐसे यादगार पलो को फोटो के साथ इस धरती में मित्र व दोस्त बनाकर एक पौधा लगाएं ताकि वह पौधा शादी की याद दिलाते रहे व औरो के लिए प्रेरणास्रोत बने।
 दुल्हा संदीप ने कहा शादी का पल जीवन में खुशियां लेकर आता हैं वही दुल्हन शीतल कहती हैं सात फेरों की रस्म जीवन के अटूट विश्वास होता है जो जिंदगी के सफर का एहसास ही नही होने देती है। विवाह समारोह में दयाल सिंह, जयदेई, धनीराम सिंह, गोविंद राणा, राकेश पंवार, सरस्वती, किरन सोनी, अंकिता, पूजा, साक्षी, पायल, अंजली, अंकिता, सरिता,  सोबनसिंह, विपिन आदि मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!